
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं तक पहुंचने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को तेलंगाना के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने एक बयान में कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में बिजनेसमैन गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का नाम नहीं ले रहे हैं. उनके इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है और बताया कि राहुल गांधी ने कब-कब अडानी और अंबानी का नाम लिया है. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘वक्त बदल रहा है. दोस्त दोस्त ना रहा… तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं. इसे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है. यही परिणाम के असली रुझान हैं.’
वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…!
तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री जी अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं।
इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान है।
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 8, 2024
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, ’28 जनवरी 2023 से कांग्रेस ने बार-बार मोदानी घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन करने की मांग की है. चुनाव प्रचार शुरू होने के बाद भी हमने इस मांग को दोहराया है. 23 अप्रैल 2024 और सिर्फ पांच दिन पहले 3 मई 2024 को भी हमने इसे दोहराया है. 3 अप्रैल 2024 से राहुल गांधी ने अपने भाषणों में 103 बार अडानी और 30 से अधिक बार अंबानी का जिक्र किया है. मोदानी घोटाला कम से कम 2 लाख करोड़ रुपए का है. 4 जून 2024 को इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने के बाद JPC अवश्य गठित होगी. हार का अनुमान हो चुका है, प्रधानमंत्री अब अपनी ही परछाई से भी डर रहे हैं.’