ईरान ने इजरायल पर दागी मिसाइलें, ट्रंप के सीजफायर दावे पर उठे सवाल

तेहरान/यरुशलम/वॉशिंगटन: पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच हालात और उलझते नजर आ रहे हैं। एक ओर जहां पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि ईरान और इजरायल के बीच चरणबद्ध युद्धविराम पर सहमति बन गई है, वहीं दूसरी ओर इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने पुष्टि की है कि ईरान ने हाल ही में इजरायल की ओर मिसाइलें दागी हैं।
IDF के अनुसार, ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों को उनके डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट करने की कोशिश की। मिसाइल अलर्ट के बाद इजरायल के कई हिस्सों में सायरन बजने लगे और लोगों को बंकरों में जाने की सलाह दी गई। इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा, “थोड़ी देर पहले, IDF ने ईरान से दागी गई मिसाइलों की पहचान की है। खतरे को टालने के लिए हमारी सुरक्षा प्रणालियां सक्रिय हैं। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सुरक्षित स्थानों में रहें।”
इस कथित हमले की टाइमिंग पर भी चर्चा तेज़ है, क्योंकि यह ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची के बयान के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि तेहरान समयानुसार सुबह 4 बजे तक सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। वहीं, इजरायल द्वारा हमले की जानकारी दिए जाने के समय तेहरान में सुबह के करीब 6 बज रहे थे।
इस घटनाक्रम ने ट्रंप के सीजफायर के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा था कि दोनों देशों के बीच एक 12 घंटे के युद्धविराम पर सहमति बन गई है, और यह एक “पूर्ण और संपूर्ण” सीजफायर होगा। हालांकि ज़मीनी हालात इस दावे के विपरीत नजर आ रहे हैं।
तेहरान में विस्फोटों की गूंज
ट्रंप की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही ईरानी राजधानी तेहरान में तेज विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, जिससे पूरे इलाके में तनाव और भय का माहौल बन गया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन धमाकों का स्रोत क्या था, लेकिन विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह घटनाएं किसी बड़े सैन्य घटनाक्रम की ओर संकेत कर रही हैं।
स्थिति गंभीर, दुनिया की नजरें मिडिल ईस्ट पर
इन ताजा हमलों और परस्पर विरोधी दावों के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि क्या वाकई यह युद्धविराम लागू हो पाएगा, या मिडिल ईस्ट में तनाव और अधिक गहराएगा।