
नैनीताल : उत्तराखंड हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष उपाध्याय को हाईकोर्ट का एडिशनल जज नियुक्त किया गया है। यह महत्वपूर्ण घोषणा भारत सरकार के कानून एवं न्याय मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से की।
सुभाष उपाध्याय की यह नियुक्ति एक लंबे और संघर्षपूर्ण न्यायिक सफर का प्रतीक है। सितंबर 2022 में उत्तराखंड हाईकोर्ट की कॉलेजियम ने उनके नाम की संस्तुति की थी, जिसे बाद में 12 अप्रैल 2023 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भी अनुमोदित किया। लगभग दो वर्षों की प्रतीक्षा के बाद, अब उन्हें विधिवत रूप से उत्तराखंड हाईकोर्ट का एडिशनल जज नियुक्त किया गया है।
सुभाष उपाध्याय की प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ में हुई। अपने करियर में उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें मुख्य स्थायी अधिवक्ता जैसे जिम्मेदार दायित्व शामिल हैं। उन्होंने हाईकोर्ट में अनेक संवेदनशील और महत्वपूर्ण मामलों की पैरवी कर अपनी न्यायिक समझ और कानूनी विशेषज्ञता का परिचय दिया।
उनकी नियुक्ति से उत्तराखंड के अधिवक्ता समुदाय में खुशी की लहर है। लंबे समय से रिक्त पड़े न्यायाधीशों के पदों को भरने की माँग करते आए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। माना जा रहा है कि सुभाष उपाध्याय 2 जून को न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण के बाद हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी।
वर्तमान में सुभाष उपाध्याय नैनीताल के रतन कॉटेज में निवास करते हैं। उत्तराखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की संख्या में यह वृद्धि राज्य की न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हालांकि अभी एक और न्यायाधीश पद रिक्त है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम द्वारा संस्तुति की जा चुकी है और राष्ट्रपति की स्वीकृति की प्रतीक्षा है।
सुभाष उपाध्याय की नियुक्ति केवल एक पदभार नहीं, बल्कि न्यायिक सेवा के प्रति उनके समर्पण, सच्चाई और संघर्ष की सराहनीय कहानी है। उनके अनुभव और निष्पक्ष दृष्टिकोण से उत्तराखंड की न्याय व्यवस्था और अधिक पारदर्शी और जनोन्मुखी बनने की उम्मीद की जा रही है।
रिपोर्ट – शेलेन्द्र शेखर कग्रेती
स्थान – कुमायूं परिक्षेत्र, उत्तराखंड
तारीख – 26 मई 2025