
अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार खुलकर पाकिस्तान को निशाने पर लिया। अहमदाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को उजागर किया और साफ तौर पर कहा कि अब आतंकवाद प्रॉक्सी वॉर नहीं रहा, बल्कि यह सीधे युद्ध का हिस्सा बन चुका है।
पीएम मोदी ने कहा कि 6 मई के बाद भारत द्वारा मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया। “उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लपेटे गए, और उन्हें वहां की सेना के अफसरों ने सलामी दी। क्या यह सिर्फ प्रॉक्सी वॉर है?” प्रधानमंत्री ने पूछा।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “शरीर कितना भी मजबूत या स्वस्थ क्यों न हो, एक कांटा भी लगातार दर्द दे सकता है — और हमने तय किया है कि कांटा निकालना ही होगा।”
मोदी ने कहा कि अगर पाकिस्तान जानबूझकर इस प्रकार के आतंकवादी हमलों को बढ़ावा दे रहा है और उन्हें सम्मान दे रहा है, तो भारत भी अब उसी प्रकार की भाषा में जवाब देगा। “अगर वे युद्ध में शामिल हैं, तो जवाब भी उसी के अनुसार होगा।”
#WATCH | Gandhinagar: Prime Minister Narendra Modi says “I say this can no longer be called a proxy war because the terrorists whose funerals were held after May 6 were given state honours in Pakistan. Pakistan’s flags were placed on their coffins, and their army saluted them. It… pic.twitter.com/AIaejeWDMR
— ANI (@ANI) May 27, 2025
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में 1947 के भारत-पाक बंटवारे और उसके बाद कश्मीर में हुए पहले आतंकी हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “उसी रात भारत माता की धरती पर पहला आतंकी हमला हुआ। अगर उस समय ही उन मुजाहिदीनों का सफाया कर दिया गया होता, तो आज हम ये 75 साल की पीड़ा नहीं भुगत रहे होते।”
मोदी ने कहा कि पाकिस्तान भारत से युद्ध के मैदान में तीन बार हार चुका है, इसलिए अब वह छिपकर प्रॉक्सी वार कर रहा है। “वे जब-जब मौका मिला, हमला करते रहे और हम सहते रहे। लेकिन अब देश चुप नहीं बैठेगा।”