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भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर बनी सहमति, कर्नल सोफिया ने पाक के झूठे दावों की खोली पोल

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नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम को लेकर बनी सहमति के बाद देश की तीनों सेनाओं—थल, वायु और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कमोडोर रघु आर. नायर, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, और कर्नल सोफिया कुरैशी ने साझा बयान देते हुए पाकिस्तान द्वारा फैलाई गई भ्रामक सूचनाओं को सिरे से खारिज किया।

भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना: कर्नल सोफिया कुरैशी

प्रेस वार्ता में कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान के उस आरोप को पूरी तरह गलत बताया जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने मस्जिदों को निशाना बनाया है। उन्होंने स्पष्ट कहा:

“भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना भारत के संवैधानिक मूल्यों का एक बहुत ही सुंदर प्रतिबिंब है। हमने किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया। हमारी कार्रवाइयों का उद्देश्य केवल आतंकवाद को समाप्त करना है।”

तीनों सेनाओं को सैन्य गतिविधियाँ रोकने का निर्देश: कमोडोर नायर

भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी कमोडोर रघु आर. नायर ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच समुद्र, हवा और जमीन पर सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा:

“भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना को सीजफायर समझौते का पूरी तरह पालन करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, हम हर पल सजग हैं और मातृभूमि की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। भविष्य में कोई भी दुस्साहस निर्णायक कार्रवाई को आमंत्रित करेगा।”

हमले धार्मिक नहीं, रणनीतिक थे: विंग कमांडर व्योमिका सिंह

भारतीय वायुसेना की अधिकारी व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि भारत के हवाई हमले पूरी तरह से रणनीतिक और आतंकवाद के खिलाफ थे। उन्होंने कहा:

“हमने किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया। हमारे ऑपरेशन सिर्फ उन स्थानों तक सीमित थे जहां भारत-विरोधी गतिविधियां संचालित हो रही थीं। स्कार्दू, जैकोबाबाद और भोलारी जैसे पाकिस्तान के रणनीतिक हवाई ठिकानों पर हमारे हमले से उन्हें गंभीर नुकसान हुआ है।”

व्योमिका सिंह ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम, रडार, और अन्य महत्वपूर्ण सैन्य ढांचों को इतनी क्षति पहुंची है कि उनका हवाई सुरक्षा नेटवर्क लगभग निष्क्रिय हो गया है।

भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम समझौते को लेकर एक तरफ जहां राजनयिक प्रयासों ने सफलता पाई है, वहीं भारतीय सेना ने यह भी साफ कर दिया है कि शांति की यह पहल भारत की कमजोरी नहीं है। यदि पाकिस्तान ने फिर कोई उकसावा किया, तो भारत पूरी ताकत से जवाब देने को तैयार है।

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