
नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में व्याप्त आक्रोश के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना को “फ्री हैंड” देने का फैसला किया है। अब सेना अपनी इच्छानुसार कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।
सेना को यह खुली छूट दी गई है कि वह पाकिस्तान को कैसे जवाब देना है, लक्ष्य क्या होंगे, कार्रवाई का तरीका और समय क्या होगा, यह सब सेना स्वयं तय करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आवास पर हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में भारतीय सेना की पेशेवर क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया।
बैठक के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद को करारा जवाब देना भारत का दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प है और भारतीय सैन्य बलों की पेशेवर क्षमताओं में उनका पूर्ण विश्वास है। उन्होंने कहा कि जवाबी कार्रवाई का तरीका, लक्ष्य और समय जैसे परिचालन संबंधी निर्णय लेने के लिए सैन्य बलों को पूरी तरह से स्वतंत्र छोड़ दिया गया है।
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए बर्बर हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है कि इस हमले में हुई प्रत्येक मौत का बदला लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक चली बैठक में इस मुद्दे पर गहन चर्चा की। बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हर पहलू पर रणनीति बनाई गई।
बैठक के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत से भी मुलाकात की। भागवत ने पिछले सप्ताह कहा था कि भारत को अपने धर्म की रक्षा के लिए दुश्मन को दंडित करना चाहिए।
भारत के कड़े तेवर से स्पष्ट है कि वह पहलगाम हमले में हुई प्रत्येक मौत का बदला लेगा। बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक होने वाली है, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद दूसरी ऐसी बैठक है। मंगलवार को युग्म सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर संकेत दिया कि पाकिस्तान को उसकी करतूत का जल्द ही करारा जवाब मिलेगा।