
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन से गुरुवार को फोन पर बात की. इस बात की जानकारी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दी. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने लाल सागर में यमन समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा कमर्शियल जहाजों पर हाल ही में हुए हमलों पर चर्चा की. विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्र में अपने समुद्री सहयोग की भी पुष्टि की.मैथ्यू मिलर ने कहा, “भारत और अमेरिका के विदेश मंत्री और सचिव ने दक्षिणी लाल सागर और अदन की खाड़ी में लापरवाह हूती विद्रहियों के हमले को लेकर साझा चिंताओं पर चर्चा की.
फोन पर हुई बातचीत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि लाल सागर एक प्रमुख वाणिज्यिक गलियारा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार सुविधाजनक बनाता है. उन्होंने क्षेत्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भारत के साथ बढ़ते सहयोग का स्वागत किया. अमेरिकी सचिव और विदेश मंत्री ने इज़रायल-हमास संघर्ष को बढ़ने से रोकने के प्रयासों और गाजा में नागरिकों को मानवीय सहायता की आपूर्ति बढ़ाने के बारे में भी बात की. वहीं एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के “आक्रामक युद्ध” पर भी चर्चा की.