प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अंब अंदौरा, ऊना से नई दिल्ली के लिए नई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस के ट्रेन के डिब्बों का निरीक्षण किया और अंदर दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। श्री मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस के लोकोमोटिव इंजन के कंट्रोल सेंटर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने ऊना रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया।
प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब अंदौरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो उनके साथ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी मौजूद थे।
इस ट्रेन के शुरू होने से इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने और यात्रा का एक आरामदायक और तेज साधन मुहैया कराने में मदद मिलेगी। ऊना से नई दिल्ली के लिए यात्रा का समय इससे दो घंटे कम हो जाएगा। अंब अंदौरा से नई दिल्ली के लिए चलने वाली, देश में शुरू की गई ये चौथी वंदे भारत ट्रेन है और पिछली ट्रेनों की तुलना में ये एक उन्नत संस्करण है, जो हल्का है और कम समय में तेज गति तक पहुंचने में सक्षम है। वंदे भारत 2.0 ज्यादा उन्नत चीजों और बेहतर सुविधाओं से लैस है। जैसे कि ये 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार महज 52 सेकंड में पा लेती है। इसकी अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे की है। 430 टन के पिछले संस्करण की तुलना में इस उन्नत वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन होगा। इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी।
पिछले संस्करण में जहां 24 इंच की स्क्रीन थीं, वहीं नई ट्रेन के हर डिब्बे में 32 इंच की स्कीन हैं जो यात्री सूचना और इन्फोटेनमेंट प्रदान करती हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस पर्यावरण अनुकूल भी होगी क्योंकि इसके एसी 15 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा कुशल होंगे। ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ एयर कूलिंग से यात्रा ज्यादा आरामदायक हो जाएगी। पहले केवल एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को ही साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा दी जाती थी जो इस ट्रेन में सभी वर्गों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है।
वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में वायु शोधन के लिए रूफ-माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में एक फोटो- कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट वायु शोधन प्रणाली स्थापित की गई है। सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईओ), चंडीगढ़ के सुझाव अनुसार इस सिस्टम को आरएमपीयू के दोनों सिरों पर डिजाइन और स्थापित किया गया है ताकि ताजी हवा और वापसी की हवा में से आ रहे कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस आदि से हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके।
वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 बहुत बेहतरीन और विमान जैसी यात्रा का अनुभव प्रदान करती है। ये ट्रेन उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली–‘कवच’ भी शामिल है।