
नई दिल्ली/हिसार : पाकिस्तान के लिए कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि, इसी बीच हिसार पुलिस ने एक बड़ा बयान जारी कर उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया अफवाहों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि ज्योति के संबंध आतंकवादी संगठनों से थे।
गिरफ्तारी और गंभीर धाराएं
16 मई को ज्योति मल्होत्रा को भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। पुलिस जांच में यह सामने आया कि वह लंबे समय से कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के संपर्क में थी और कई संवेदनशील जानकारियां साझा कर चुकी थी। इसके बाद एनआईए, आईबी और अन्य खुफिया एजेंसियों ने भी उससे पूछताछ शुरू की।
हिसार पुलिस का बयान — “आतंकी संपर्क का कोई सबूत नहीं”
पुलिस ने बुधवार को स्पष्ट किया कि, “मामले की जांच अभी जारी है और अब तक किसी भी जांच एजेंसी को यह प्रमाण नहीं मिला है कि ज्योति का कोई प्रत्यक्ष संबंध किसी आतंकी संगठन से था। सोशल मीडिया और मीडिया में चल रही ऐसी खबरें भ्रामक हैं और जांच को प्रभावित कर रही हैं।”
पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूत्रों पर ही भरोसा करें। यह भी कहा गया कि तथ्यहीन रिपोर्टिंग से जांच की दिशा भटक सकती है।
डायरी बनी जांच की अहम कड़ी
जांच एजेंसियों को ज्योति की एक निजी डायरी भी हाथ लगी है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि इसमें कई अहम जानकारियाँ दर्ज हैं। डायरी के कुछ पन्नों में पाकिस्तान को लेकर सहानुभूति के भाव नजर आते हैं। एक जगह वह लिखती है:
“पाकिस्तान से 10 दिन का सफर तय करके आज भारत लौटी हूं। वहां की आवाम से मोहब्बत मिली। लाहौर घूमने के लिए मिला दो दिन का वक्त काफी कम था। सरहदों की दूरियां पता नहीं कब तक रहेंगी, लेकिन दिलों में जो शिकवे हैं वो मिट जाएं…”
इन शब्दों से उसकी वैचारिक झुकाव की झलक मिलती है, लेकिन इसे आतंकी संपर्क का प्रमाण नहीं माना गया है।
सवालों के घेरे में सोशल मीडिया कंटेंट
ज्योति के यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद कंटेंट की भी समीक्षा की जा रही है। कई वीडियो में भारत-पाक रिश्तों को लेकर उसका रुख नरम और भावनात्मक नजर आता है, जिसे कुछ लोग संदिग्ध मान रहे हैं, लेकिन पुलिस ने फिलहाल कोई प्रत्यक्ष आपराधिक प्रमाण न होने की बात दोहराई है।
कानूनी प्रक्रिया और आगे की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला माना जा रहा है। ज्योति को अब तक अदालत में पेश किया जा चुका है और पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है। जांच एजेंसियों का फोकस अब उस नेटवर्क की पहचान पर है, जिनसे वह संपर्क में थी और जिनके लिए उसने संवेदनशील सूचनाएं साझा की थीं।
ज्योति मल्होत्रा के केस में आधिकारिक प्रेस नोट। भ्रामक खबरों से बचे – पुलिस अधीक्षक हिसार।@police_haryana @shashanksawan @aajtak @ABPNews @ZeeNews #Police #news pic.twitter.com/Z2HySEquXE
— Hisar Police (@HissarPolice) May 21, 2025