
नई दिल्ली : जासूसी के आरोप में गिरफ्तार की गई ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ एक नया वीडियो सबूत सामने आया है। इसमें वह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग (High Commission of Pakistan) में आयोजित एक डिनर पार्टी में भाग लेते हुए दिख रही हैं। यह पार्टी पाकिस्तान के नेशनल डे (राष्ट्रीय दिवस) के अवसर पर मार्च 2024 में आयोजित की गई थी।
कार्यक्रम में रहीम उर्फ दानिश के साथ दिखी ज्योति
वीडियो में ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर से व्लॉग शूट करती दिखाई देती हैं और कार्यक्रम स्थल के भीतर भी वीडियो रिकॉर्ड करती हैं। इस दौरान वह एक पाकिस्तानी व्यक्ति रहीम उर्फ दानिश के साथ दिखती हैं, जिसे भारत सरकार ने 13 मई 2025 को “अवांछित व्यक्ति” (Persona Non Grata) घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यही दानिश उसे कार्यक्रम में लेकर गया और उच्चायोग के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से भी उसकी मुलाकात करवाई। बातचीत के लहजे और हाव-भाव से साफ़ झलकता है कि दोनों की पहले से घनिष्ठ पहचान थी।
रहीम की पत्नी और अन्य पाकिस्तानी मेहमानों से घनिष्ठता
वीडियो में ज्योति को रहीम की पत्नी से मिलते हुए भी दिखाया गया है। बातचीत से साफ़ है कि उनकी पहले भी कई बार मुलाकात हो चुकी है। ज्योति उन्हें अपने गांव हरियाणा के हिसार में घर आने का निमंत्रण देती है और कहती है — “हमारे गांव का आतिथ्य देखिए, यह बहुत कुछ वैसा ही है।”
यूट्यूबर कार्यक्रम में उपस्थित कई अन्य मेहमानों से भी बातचीत करती हैं, पूछती हैं कि क्या वे पाकिस्तान जा चुके हैं। जब उन्हें सकारात्मक जवाब मिलता है तो वह कहती हैं — “मैं भी पाकिस्तान जाना चाहती हूं, उम्मीद है कि मुझे भी वीजा मिल जाएगा।”
पहले भी पाक उच्चायोग जा चुकी थीं ज्योति
वीडियो के एक अन्य हिस्से में ज्योति खुद बताती हैं कि वह तीन-चार बार पाकिस्तान उच्चायोग आ चुकी हैं। वह वहां के एक स्टाफ की तारीफ करते हुए कहती हैं कि उन्होंने हर बार उसकी एंट्री ठीक से रिकॉर्ड की, मोबाइल और अन्य सामान बाहर रखने को कहा — “वो बहुत अच्छे इंसान हैं।”
यह बयान महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि सवाल उठता है कि — यदि वह पहले कभी पाकिस्तान नहीं गईं, तो रहीम से मुलाकात कहां हुई? क्योंकि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ज्योति रहीम से पाकिस्तान में भी कई बार मिल चुकी हैं, और इसके वीडियो सबूत खुद ज्योति के व्लॉग्स में मौजूद हैं।
जांच एजेंसियां कर रहीं हैं वीडियोज़ का फॉरेंसिक विश्लेषण
खुफिया एजेंसियों के अनुसार, ये वीडियो जांच में एक अहम कड़ी बन सकते हैं। IB और RAW इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि कार्यक्रम के दौरान ज्योति ने किन-किन लोगों से मुलाकात की, और क्या यह संपर्क जानकारी के आदान-प्रदान तक पहुंचा था?
सूत्रों के अनुसार, यह भी जांचा जा रहा है कि कहीं ये मुलाकातें कूटनीतिक आड़ में गुप्त सूचनाओं के लेन-देन का ज़रिया तो नहीं बनीं।
क्यों गंभीर है यह मामला?
भारत-पाकिस्तान संबंधों की संवेदनशीलता को देखते हुए किसी भारतीय नागरिक का पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों से लगातार संपर्क, और फिर एक ‘अवांछित’ घोषित व्यक्ति से करीबी रिश्ता, गंभीर सवाल खड़े करता है।
साथ ही, यदि यूट्यूबर के वीडियो में दिखाई गई बातें सत्य सिद्ध होती हैं, तो यह मामला आधुनिक सोशल मीडिया के ज़रिए होने वाली “Soft Espionage” की मिसाल बन सकता है, जहां यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और नेटवर्किंग के जरिए खुफिया गतिविधियां अंजाम दी जाती हैं।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर जांच एजेंसियों की निगाहें अब केवल उसकी पाकिस्तान यात्राओं या उच्चायोग की मुलाकातों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि अब यह मामला भारतीय सुरक्षा तंत्र की परिधि तक पहुंच गया है। आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े और कई खुलासे सामने आ सकते हैं।