दिल्ली मर्डर केस: 5वीं मंजिल से लड़की को फेंकने वाला आरोपी तौफीक यूपी से गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले के ज्योति नगर इलाके में हुए नेहा मर्डर केस में फरार आरोपी तौफीक को आखिरकार पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार कर लिया है। तौफीक पर आरोप है कि उसने सोमवार सुबह 5वीं मंजिल से 20 वर्षीय नेहा को धक्का देकर हत्या की। आरोपी को बीती रात रामपुर के टांडा इलाके से पकड़ा गया।
पीड़िता नेहा को गंभीर हालत में जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि तौफीक बुर्का पहनकर नेहा के घर में दाखिल हुआ था और वहां छत तक पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया।
परिवार के अनुसार, नेहा पानी की टंकी चेक करने छत पर गई थी, जहां तौफीक पहले से मौजूद था। दोनों के बीच कहासुनी हुई और तौफीक ने कथित रूप से उसे छत से धक्का दे दिया।
परिवार का आरोप: “भाई जैसा समझने वाली नेहा को किया धोखा”
नेहा के परिवार का कहना है कि तौफीक बीते तीन सालों से उनके संपर्क में था और हर रक्षाबंधन पर नेहा व उसकी बहनें उसे राखी बांधती थीं। वह उन्हें भाई की तरह मानता था। लेकिन हाल के महीनों में तौफीक ने नेहा पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया, जिसे नेहा ने साफ तौर पर अस्वीकार कर दिया।
परिजनों का आरोप है कि तौफीक ने पीछा करना और धमकी देना शुरू कर दिया था। नेहा की बहन के अनुसार, वह लगातार उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। कुछ दिन पहले ही नेहा ने अपनी मां को इस उत्पीड़न के बारे में बताया था।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी तौफीक के खिलाफ हत्या, आपराधिक घुसपैठ और उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उसे जल्द ही दिल्ली लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने यह भी कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए फास्ट-ट्रैक जांच की जाएगी।
सवाल खड़े कर रही है यह वारदात:
- क्या नेहा की शिकायत को पहले गंभीरता से लिया गया होता तो घटना रोकी जा सकती थी?
- किसी महिला को उसकी ‘भाई’ जैसी पहचान का शोषण कर नुकसान पहुंचाना – समाज के भरोसे को तोड़ता है।
- यह मामला महिला सुरक्षा, विश्वास के दुरुपयोग और स्टॉकिंग जैसे गंभीर विषयों की ओर इशारा करता है।
नेहा मर्डर केस न केवल एक परिवार के लिए गहरा दुख है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। यह ज़रूरी है कि महिलाओं की शिकायतों को समय रहते गंभीरता से लिया जाए और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।