
रायपुर/नई दिल्ली। देश को नक्सलवाद से मुक्त करने के संकल्प की दिशा में एक ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कुर्रेगुट्टालू पहाड़ (Karregutta Hills) पर अब तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान को अंजाम दिया है। 21 अप्रैल से 11 मई 2025 तक चले इस ऑपरेशन में 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए, जिनमें 16 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 28 की शिनाख्त हो चुकी है और इन पर कुल 1.72 करोड़ रुपये के इनाम घोषित थे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का बोलबाला था, वहां अब तिरंगा लहरा रहा है। उन्होंने बताया कि यह इलाका PLGA बटालियन, तेलंगाना स्टेट कमेटी और अन्य संगठनों का एकीकृत मुख्यालय था। यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों ने सिर्फ 21 दिनों में पूरा किया और उल्लेखनीय बात यह रही कि इसमें कोई भी सुरक्षाकर्मी शहीद नहीं हुआ।
CRPF, STF और DRG के संयुक्त ऑपरेशन में कुल 21 मुठभेड़ हुईं। इस दौरान 214 नक्सली ठिकाने और बंकर नष्ट किए गए, 450 IED, 818 BGL शेल और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। साथ ही 12,000 किलोग्राम से अधिक राशन और जरूरी सामग्री भी जब्त हुई।
करीब 60 किलोमीटर लंबे और बेहद कठिन भू-भाग वाले इस क्षेत्र में नक्सलियों ने पिछले ढाई साल में बड़ा बेस खड़ा किया था, जहां PLGA के 300 से अधिक हथियारबंद कैडर और हथियार निर्माण इकाइयाँ सक्रिय थीं। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की चार तकनीकी इकाइयों को भी ध्वस्त किया, जिनका उपयोग हथियार और IED बनाने में होता था।
ऑपरेशन में 18 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं। अभियान के दौरान जवानों ने 45 डिग्री तापमान और दुर्गम पहाड़ी चुनौतियों का सामना किया, लेकिन मनोबल डगमगाया नहीं।
गृह मंत्री ने भरोसा जताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा।
#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से…
— Amit Shah (@AmitShah) May 14, 2025