
नई दिल्ली : देशभर में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से पश्चिम तक, भारत के 29 राज्यों में तेज़ आंधी-तूफान, बिजली गिरने और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 8 राज्यों में हीटवेव यानी लू का प्रकोप भी बना हुआ है। मौसम विभाग ने यह चेतावनी अगले 5 दिनों तक 23 मई तक के लिए जारी की है।
दिल्ली-NCR में राहत की बारिश
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों — नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद — में शुक्रवार देर रात आए तेज तूफान और बारिश से मौसम सुहाना और ठंडा हो गया है। बीते 24 घंटों में तेज़ हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
29 राज्यों में क्यों जारी हुआ अलर्ट?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह मौसमी गतिविधि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण हो रही है, जो वर्तमान में उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय है। साथ ही बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवाएं भी देश के पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश ला रही हैं।
तेज़ हवाओं और आंधी वाले राज्य:
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दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश
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पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़
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हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड
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मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा
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पश्चिम बंगाल, सिक्किम
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असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा
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तमिलनाडु, तेलंगाना, रायलसीमा
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मराठवाड़ा, दक्षिण कर्नाटक, महाराष्ट्र
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अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
भारी बारिश वाले राज्य:
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असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा
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मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा
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उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, अंडमान द्वीप
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तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र
8 राज्यों में जारी है लू का प्रकोप
जहां देश के एक हिस्से में तेज आंधी-बारिश राहत ला रही है, वहीं दक्षिण और पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी और लू (Heatwave) ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
हीटवेव से प्रभावित राज्य:
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राजस्थान
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गुजरात
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विदर्भ (महाराष्ट्र)
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पश्चिमी मध्य प्रदेश
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दक्षिणी उत्तर प्रदेश
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झारखंड
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तेलंगाना
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ओडिशा के आंतरिक क्षेत्र
इन राज्यों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए अलर्ट जारी किया है।
मानसून की चाल: जल्द बढ़ेगा बंगाल की खाड़ी से आगे
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 3-4 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के बंगाल की खाड़ी की ओर आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो जाएंगी। इसका मतलब यह है कि देश के पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में जल्दी मॉनसून की दस्तक हो सकती है।
हिमाचल और उत्तराखंड में ओलावृष्टि
पर्वतीय राज्यों में जहां एक ओर बारिश राहत लेकर आई, वहीं कुछ इलाकों में ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हिमाचल के किन्नौर, मंडी और कुल्लू ज़िलों में बर्फीले ओले गिरे, जिससे तापमान में तेज़ गिरावट दर्ज की गई।
क्या करें, क्या न करें: जनता के लिए सुझाव
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आंधी-तूफान में खुले में न निकलें, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें
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हीटवेव वाले इलाकों में अधिक पानी पिएं, धूप में बाहर जाने से बचें
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किसानों को सलाह: मौसम अपडेट लेते रहें, फसल कटाई/भंडारण के समय पर विचार करें
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विद्यालयों/कार्यालयों को सतर्क रहने की जरूरत: विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा प्राथमिकता
देश इस समय एक जलवायु संक्रमण काल से गुजर रहा है, जहां एक ओर मानसून की तैयारी है, वहीं दूसरी ओर हीटवेव और तूफान दोनों साथ चल रहे हैं। ऐसे में मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना ही बुद्धिमानी होगी।