
देहरादून: उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक मौसम का मिजाज बेहद खराब रहने वाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) देहरादून ने 31 अगस्त 2025 को दोपहर 1 बजे नया पूर्वानुमान जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि 31 अगस्त से 2 सितंबर तक राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश, गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और अत्यधिक वर्षा की संभावना है।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट?
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है, उनमें शामिल हैं:
- देहरादून
- टिहरी
- पौड़ी
- हरिद्वार
- नैनीताल
- चंपावत
- ऊधम सिंह नगर
इनके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में भी 1 सितंबर को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
आपदा का खतरा बढ़ा
IMD ने स्पष्ट किया है कि भारी बारिश के चलते राज्य में भूस्खलन, त्वरित बाढ़, बोल्डर गिरने, जलभराव और सड़क बाधित होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन ने सभी जिलों के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा है और आपदा प्रबंधन दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
1 सितंबर को स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद
भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
- देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, उधम सिंह नगर, टिहरी और अल्मोड़ा जिलों के सभी शासकीय, अर्द्धशासीय और निजी विद्यालय (कक्षा 1 से 12 तक)
- सभी आंगनबाड़ी केंद्र
को 1 सितंबर 2025 (सोमवार) को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि:
- अनावश्यक रूप से यात्रा न करें।
- नदी-नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें।
- मौसम विभाग के निर्देशों और अलर्ट का पालन करें।
- आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन और स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
उत्तराखंड में सितंबर की शुरुआत बारिश के अलर्ट के साथ हो रही है। लगातार भारी बारिश का यह दौर न सिर्फ जनजीवन को प्रभावित कर सकता है, बल्कि यात्रा, शिक्षा और दैनिक गतिविधियों पर भी असर डालेगा।