
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर: दीपावली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों के मद्देनज़र भारतीय रेल ने देशभर में अभूतपूर्व पैमाने पर व्यवस्थाएँ की हैं। बढ़ती यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे इस बार 12,011 विशेष ट्रेनें चला रहा है — जो पिछले वर्ष के 7,724 विशेष ट्रेनों की तुलना में लगभग 55 प्रतिशत अधिक हैं।
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा कर इन तैयारियों की जमीनी स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रियों से बातचीत की, प्लेटफॉर्मों की व्यवस्था देखी और सुरक्षा, स्वच्छता तथा सुविधाओं की समीक्षा की।
“12 लाख रेलकर्मी चौबीसों घंटे सेवा में”
निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रेलवे का पूरा तंत्र त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है।
उन्होंने बताया, “देशभर में 12 लाख रेलकर्मी यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए दिन-रात ड्यूटी पर हैं। रेलवे के हर ज़ोन और मंडल में वॉर रूम स्थापित किए गए हैं, जहां से ट्रेनों की गतिविधियों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है।”
वैष्णव ने बताया कि अब तक 1 करोड़ से अधिक यात्री विशेष ट्रेनों की सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने कहा, “त्योहारों के दौरान लोगों को बिना परेशानी के घर पहुंचाना रेलवे की प्राथमिकता है। इसके लिए हम तकनीक, मानवीय संसाधन और समन्वय का पूरा उपयोग कर रहे हैं।”
दिल्ली क्षेत्र से हर दिन 4.25 लाख यात्री सफर पर
केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी कि केवल दिल्ली क्षेत्र से औसतन 4.25 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक है।
रेलवे के मुताबिक, त्योहारी सीजन के दौरान दिल्ली, मुंबई, सूरत, हैदराबाद, कोयंबटूर और बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में टिकटों की मांग में भारी वृद्धि हुई है। इन प्रमुख स्टेशनों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है, ताकि भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और ट्रेन संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए।
“सभी प्रमुख स्टेशनों पर सीसीटीवी निगरानी, अतिरिक्त आरपीएफ बल, हेल्प डेस्क और मेडिकल इमरजेंसी टीमें तैनात की गई हैं। यहां तक कि चलती ट्रेनों में भी सुरक्षा कर्मी सक्रिय निगरानी में हैं,” मंत्री ने बताया।
4,211 विशेष ट्रेनों से अब तक 1 करोड़ यात्रियों को सुविधा
भारतीय रेल ने बताया कि 1 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच देशभर में 4,211 विशेष रेलगाड़ियों का सफल संचालन किया गया, जिनसे 1 करोड़ से ज़्यादा यात्रियों को अपने घरों तक पहुंचने में सुविधा मिली।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दीपावली और छठ पर्व के दौरान उत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश की दिशा में सबसे अधिक दबाव देखा जा रहा है।
“यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में करीब 7,800 और विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनकी जानकारी रेलवे ऐप, सोशल मीडिया और स्टेशनों पर नियमित रूप से दी जा रही है,” अधिकारी ने कहा।
तकनीक से निगरानी और डिजिटल टिकटिंग पर जोर
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रेलवे इस बार तकनीकी नवाचारों का भी व्यापक उपयोग कर रहा है। सभी जोनों में रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम सक्रिय हैं, जिनके माध्यम से ट्रेनों की स्थिति, प्लेटफॉर्म की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था का लाइव डेटा कंट्रोल रूम तक पहुँच रहा है।
उन्होंने कहा, “अब हर ट्रेन की मूवमेंट को रीयल टाइम में ट्रैक किया जा रहा है। इससे संचालन अधिक पारदर्शी और यात्रियों के लिए भरोसेमंद हुआ है।”
इसके साथ ही रेलवे ने इस सीजन में डिजिटल टिकटिंग को भी प्रोत्साहित किया है। यूटीएस मोबाइल ऐप, आईआरसीटीसी वेबसाइट और डिजिटल वॉलेट्स के माध्यम से टिकट बुकिंग में करीब 22 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस सीजन में आरपीएफ और जीआरपी की 5,000 से अधिक टीमें विशेष रूप से तैनात की गई हैं।
इसके अलावा, ट्रेन परिचालन की निगरानी के लिए ‘सुरक्षा समन्वय केंद्र’ बनाए गए हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा, “हर यात्री हमारे लिए महत्वपूर्ण है। रेलवे कर्मचारियों के अथक प्रयासों से इस वर्ष हम रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान कर पाए हैं।”
उत्सवों के साथ ‘सुरक्षित सफर’ का संदेश
रेल मंत्री वैष्णव ने यात्रियों से अपील की कि वे यात्रा के दौरान सतर्क रहें, प्लेटफॉर्मों पर भीड़ न लगाएं और अनधिकृत एजेंटों से टिकट न खरीदें। उन्होंने कहा, “यह त्योहारों का समय है, खुशी का समय है — लेकिन सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी भी है।”
रेलवे के अनुसार, त्योहारी सीजन में विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जाने वाली ट्रेनों में मांग सबसे अधिक है। रेलवे ने मांग को संतुलित करने के लिए अतिरिक्त कोच जोड़े हैं और प्रतीक्षा सूची में यात्रियों को समायोजित करने के लिए फ्लेक्सी संचालन प्रणाली अपनाई है।
भविष्य की दिशा — “स्मार्ट और संवेदनशील रेलवे”
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल का लक्ष्य सिर्फ ट्रेनें चलाना नहीं, बल्कि उन्हें स्मार्ट, सुरक्षित और यात्रियों के अनुकूल बनाना है। उन्होंने बताया कि आने वाले महीनों में रेलवे 100 नए प्लेटफॉर्मों पर आधुनिक यात्री सुविधाएँ, AI-आधारित निगरानी प्रणाली और संपूर्ण डिजिटल ट्रैकिंग नेटवर्क शुरू करेगा।
मंत्री ने कहा, “रेलवे न सिर्फ देश की धड़कन है, बल्कि त्योहारों के इस मौसम में करोड़ों परिवारों को जोड़ने वाली जीवन रेखा भी है।”