
नई दिल्ली: मई चीनी विदेश मंत्री किन गांग ने दोहराया कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति आम तौर पर स्थिर है और दोनों पक्षों को संबंध को मजबूत करना चाहिए और स्थायी शांति के लिए शर्तों को और ठंडा करने और आसान बनाने पर जोर देते हुए प्रासंगिक समझौतों का कड़ाई से पालन करना चाहिए. गुरुवार को एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर गोवा के बेनौलिम में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ अपनी बातचीत में किन ने चीन के बार-बार दोहराए जाने वाले हालिया रुख को दोहराया कि चीन-भारत सीमा पर मौजूदा स्थिति आम तौर पर स्थिर है. पूर्वी लद्दाख में चल रहे सैन्य गतिरोध का स्पष्ट संदर्भ जिसने संबंधों को गतिरोध में ला दिया.
वार्ता के बाद एक ट्वीट में जयशंकर ने कहा कि बकाया मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित है. उन्होंने कहा, “हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर स्टेट काउंसलर और चीन के विदेश मंत्री किन गांग के साथ विस्तृत चर्चा हुई है. बकाया मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित है.”
A detailed discussion with State Councillor and FM Qin Gang of China on our bilateral relationship. Focus remains on resolving outstanding issues and ensuring peace and tranquillity in the border areas.
Also discussed SCO, G20 and BRICS. pic.twitter.com/hxheaPnTqG
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 4, 2023
किन ने कहा कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना जारी रखना चाहिए. मौजूदा उपलब्धियों को मजबूत करना चाहिए. प्रासंगिक समझौतों का कड़ाई से पालन करना चाहिए. सीमा की स्थिति को और आसान बनाने पर जोर देना चाहिए और चीन को शांति बनाए रखनी चाहिए. शुक्रवार को जारी किन-जयशंकर वार्ता पर एक प्रेस विज्ञप्ति में यह बात कही गई.