
डोईवाला (देहरादून): डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बुल्लावाला गांव में सोमवार को रामगढ़ रेंज के अंतर्गत 3.57 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 3 किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार का विधिवत शिलान्यास किया गया। यह दीवार मानव-वन्यजीव संघर्ष की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों के लिए सुरक्षा की एक नई दीवार साबित होगी।
यह दीवार उत्तराखंड वन विभाग द्वारा बनाई जा रही है, जो आबादी और जंगल के बीच स्पष्ट सीमा रेखा खींचेगी। इससे हाथियों और अन्य जंगली जानवरों के खेतों और घरों में घुसने की घटनाओं पर लगाम लगेगी। यह दीवार न केवल जान-माल की रक्षा करेगी, बल्कि ग्रामीणों में लंबे समय से व्याप्त भय का अंत भी करेगी।
इस परियोजना को मंजूरी मिलने और निर्माण कार्य के आरंभ होने पर ग्रामीणों में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों की वर्षों पुरानी मांग को अंततः सरकार ने गंभीरता से लिया और उसे धरातल पर उतारा।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं ऋषिकेश जिला अध्यक्ष राजेंद्र तड़ियाल ने कहा,
“यह महज एक दीवार नहीं, बल्कि बुल्लावाला की जनता की सुरक्षा और उनके आत्मविश्वास का प्रतीक है। मैं इस परियोजना को स्वीकृति दिलाने में अहम भूमिका निभाने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी, सांसद श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी तथा डोईवाला के लोकप्रिय विधायक श्री बृज भूषण गैरोला जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।”
बुल्लावाला और उसके आस-पास के कई गांव लंबे समय से जंगली हाथियों और सूअरों के आतंक से त्रस्त थे। खेतों की बर्बादी और जान का खतरा यहां के ग्रामीण जीवन का एक दुखद हिस्सा बन चुका था। यह सुरक्षा दीवार इन समस्याओं का स्थायी समाधान बनेगी।
इस परियोजना से निर्माण के दौरान स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। दीवार निर्माण में स्थानीय श्रमिकों की भागीदारी से न केवल आर्थिक लाभ मिलेगा, बल्कि परियोजना में जनसहभागिता भी सुनिश्चित होगी।
सुरक्षा दीवार का यह निर्माण कार्य सिर्फ एक बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं, बल्कि ग्रामीणों के विश्वास की जीत और सरकार की जनभावनाओं के प्रति संवेदनशीलता का प्रतीक है। यह कदम क्षेत्रीय विकास और नागरिक सुरक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।