
मंडी | सोमवार, 7 जुलाई 2025: हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में बादल फटने की घटनाओं और लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। 115 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें लगातार मौके पर तैनात हैं।
बारिश की तबाही से सबसे बड़ा झटका मंडी ज़िले के थुनांग कस्बे को लगा, जहां क्षेत्र का इकलौता हिमाचल को-ऑपरेटिव बैंक पूरी तरह मलबे में दब चुका है। इस बैंक में करोड़ों रुपये की नकदी और लाखों के आभूषण लॉकर में रखे हुए थे, जिनका अब कोई अता-पता नहीं है।
दो मंज़िला बैंक भवन मलबे में तब्दील, लॉकरों की हालत अज्ञात
स्थानीय लोगों के अनुसार, बैंक की दो मंज़िला इमारत की पहली मंज़िल पूरी तरह से मलबे में दबी हुई है। तेज बहाव और मलबे के दबाव से बैंक के शटर उखड़ गए हैं, और अंदर पानी तथा मिट्टी भरी हुई है। बैंक प्रबंधक और कर्मचारी बाहर से नुकसान का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लॉकर और नकदी की असली स्थिति मलबा हटने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
बैंक के एक कर्मचारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, “अंदर कितनी नकदी और गहने थे, इसका अनुमान लगाना अभी संभव नहीं है। लेकिन बैंक थुनांग के आर्थिक केंद्र के रूप में काम करता था — यहां हर दिन लाखों का लेनदेन होता था।”
व्यापारियों की जमा पूंजी खतरे में, लोगों में गहरी चिंता
थुनांग बाजार के बीचों-बीच स्थित इस बैंक में कस्बे के करीब 150 व्यापारियों के खाते थे। स्थानीय व्यवसायी हरि मोहन ने बताया कि, “करीब 8,000 की आबादी वाले इस कस्बे का यही एक बैंक था। अब हमारे व्यापार से जुड़े दस्तावेज, लेनदेन की जानकारी और व्यक्तिगत जमा पूंजी मलबे में दब चुकी है।”
बारिश के साथ सक्रिय हुए असामाजिक तत्व, सुरक्षा में जुटे ग्रामीण
स्थानीय निवासियों ने चिंता जताई है कि आपदा की आड़ में कुछ असामाजिक तत्व सक्रिय हो गए हैं, जो पानी में बहे कीमती सामानों को चोरी कर रहे हैं। ऐसे में जिन लोगों की जमा पूंजी लॉकर में थी, वे स्वयं बैंक के मलबे के पास डटे हुए हैं और उसकी रखवाली कर रहे हैं।
फिर जारी हुआ रेड अलर्ट
इस बीच मौसम विभाग ने मंडी, कांगड़ा और सिरमौर ज़िलों के लिए एक बार फिर रेड अलर्ट जारी किया है। आगामी 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। राहत और पुनर्वास के लिए राज्य सरकार ने आपात बजट जारी कर दिया है, और प्रभावित क्षेत्रों में शिविर स्थापित किए जा रहे हैं।