
नई दिल्ली : नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार गहराता जा रहा है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम उल्लंघन की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। शुक्रवार देर रात भी पाकिस्तान ने एक बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए एलओसी पर छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारतीय सेना ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।
जानकारी के अनुसार, बीते नौ दिनों से पाकिस्तान लगातार उरी, कुपवाड़ा और जम्मू के अखनूर सेक्टर में फायरिंग कर रहा है। भारत की ओर से हर बार जवाबी कार्रवाई में कड़ा रुख अपनाया गया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, 2025 की शुरुआत से अब तक पाकिस्तान 15 बार सीजफायर तोड़ चुका है। इसके अतिरिक्त, घुसपैठ की तीन कोशिशों में सात आतंकियों को ढेर किया गया है।
बीते एक सप्ताह में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर जैसे संवेदनशील इलाकों में सीमा चौकियों पर गोलीबारी की गई है। भारतीय सेना ने करीब 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा पर हर बार सटीक जवाबी कार्रवाई की है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह सब घटनाक्रम उस समय शुरू हुआ जब 16 अप्रैल को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ बयान दिया। इसके दो दिन बाद, 18 अप्रैल को रावलकोट (पाक अधिकृत कश्मीर) में लश्कर-ए-तैयबा के एक नेता ने मारे गए आतंकियों का बदला लेने की बात कहते हुए हिंसा को उकसाया। माना जा रहा है कि इन बयानों के चलते ही टेरर मॉड्यूल TRF ने अपनी गतिविधियों को तेज किया है।
गौरतलब है कि भारत-पाक सीमा पर इस तरह की उकसावे वाली कार्रवाई कोई नई बात नहीं है। आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान ने 2018 में 2,140 बार, 2019 में 3,479 बार और 2020 में 5,133 बार सीजफायर का उल्लंघन किया था।