परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा टाउनशिप के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 15 दिन से अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। किसानों को सरकार द्वारा मिल को बंद करके भूमि को बेचने के फैसले के बारे में पता चला तो किसानों ने रोष व्यक्त करते हुए मिल गेट पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जो हमारा संवैधानिक अधिकार है। इस पर कार्यवाही करते हुए सरकार ने 12 किसानों व अन्य पर मुकदमा दर्ज किया। 1932 में अंग्रेज़ो द्वारा बनाई गई धारा को आज आंदोलनकारियों पर थोपा गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस लोकतांत्रिक देश मे आज पुतला दहन करना भी अपराध की श्रेणी में डाल दिया गया है जो दुःखद है। हमारे संविधान ने हर नागरिक को गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन करने का अधिकार दिया है। मगर आज हिटलरशाही सरकार आंदोलन को कुचलने के लिए किसानों पर मुकदमा दर्ज कर रही है।
उनियाल ने कहा कि पुलिस द्वार प्रथम सूचना रिपोर्ट में बताया गया कि सरकार द्वारा मिल के संबंध में जारी पत्र में अधिकारियों के हस्ताक्षर नही थे। मगर हम बता देना चाहते हैं कि पत्र में दो अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर मौजूद हैं जिसमे मिल को बंद करने की बात कही गई है। सरकार द्वारा जनता को गुमराह करने की साजिश रची जा रही है जिसको डोईवाला क्षेत्र की जनता सफल नही होने देगी। डोईवाला क्षेत्र का किसान मुकदमों से डरने वाला नही है । किसानों पर किये गए मुकदमों से इस लड़ाई को और बल मिलेगा। क्षेत्र की जनता में इस कार्यवाही के खिलाफ भारी रोष है। अपनी ज़मीन के साथ चीनी मिल को बचाने के लिए हम जेल भी जाने को तैयार हैं।