CM योगी का बड़ा बयान: “सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट से जातीय संघर्ष भड़काने की हो रही साजिश”

वाराणसी | 18 जुलाई 2025:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी से एक अहम संदेश देते हुए सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिशों पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट्स के जरिए जातीय संघर्ष भड़काने की साजिश रच रहे हैं और इस मानसिकता को देश की आस्था व विरासत पर हमला बताया।
कांवड़ियों को लेकर मानसिकता पर तीखी टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने सावन के मौके पर हो रही कांवड़ यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा:
“आज कांवड़ यात्री भक्ति भावना से 200-400 किलोमीटर तक पैदल यात्रा करते हैं। हर-हर बम बोलते हुए आगे बढ़ते हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें उपद्रवी और आतंकवादी तक कहा जाता है। ये वही मानसिकता है जो भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम करती है।”
फेक प्रोफाइल्स से फैल रही नफरत?
सीएम योगी ने कहा कि सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल्स बनाकर कुछ लोग जातीय तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
“ऐसे लोग समाज को मुख्यधारा से अलग करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। हमें इन्हें पहचानना और बेनकाब करना होगा,” उन्होंने कहा।
पुरानी घटनाओं का उदाहरण देकर किया आगाह
योगी आदित्यनाथ ने एक पुरानी घटना का हवाला देते हुए कहा कि
“एक बार एक भगवा गमछा ओढ़े व्यक्ति ने आगजनी की घटना में ‘या अल्लाह’ कहकर चौंकाया। ऐसी घटनाएं बताती हैं कि किस तरह से भ्रम फैलाने की कोशिश होती है।”
उन्होंने सजगता और सचेतता को जरूरी बताया।
ताजिया जुलूस और सुरक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने मुहर्रम के ताजिया जुलूस का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे जौनपुर में एक असामान्य रूप से ऊंचे ताजिया के हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद उपद्रव की स्थिति बनी, जिसे नियंत्रित करना पड़ा।
“मैंने कहा था, ऐसे लोगों पर लाठी चलाओ। लातों के भूत हैं ये, बातों से नहीं मानेंगे।”
सीएम योगी के इस बयान पर सोशल मीडिया में मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
मुख्य संदेश: समाज को बांटने वालों को करें बेनकाब
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि
“हमारा दायित्व है कि समाज में जो लोग विघटन की कोशिश करते हैं, उन्हें बेनकाब किया जाए। एकता और सामाजिक सौहार्द को बनाए रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।”
राजनीतिक और सामाजिक संदेश स्पष्ट
सीएम योगी का यह बयान ऐसे समय आया है जब सोशल मीडिया पर कांवड़ यात्रा, मुहर्रम और धार्मिक आयोजनों को लेकर तीखी बहसें चल रही हैं।
- कुछ वर्ग इसे मजबूत प्रशासनिक रुख मानते हैं।
- वहीं, विपक्षी दलों ने इसे “धार्मिक ध्रुवीकरण” की कोशिश बताया है।
- सीएम योगी ने जातीय और धार्मिक संघर्ष को लेकर सोशल मीडिया पर हो रही साजिशों पर जताई चिंता।
- फेक अकाउंट्स और सांप्रदायिक उकसावे को बताया खतरनाक ट्रेंड।
- कांवड़ियों पर मीडिया ट्रायल की भी की आलोचना।
- सामाजिक एकता और कानून व्यवस्था को सर्वोपरि बताया।