
उत्तर प्रदेश: आगरा में बधवार को भांडई स्टेशन के पास एक रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात गेटमैन यशपाल ने देखा कि ट्रेन के इंजन के चौथे कोच से धुआं निकल रहा है और ट्रेन के भीतर किसी को भी इस बात की कोई जानकारी ही नहीं थी. रेलवे क्रॉसिंग पर गेटमैन की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. अगर गेटमैन मुस्तैदी और सूझबूझ से काम नहीं लिया होता तो तालकोट एक्सप्रेस के डिब्बों में लगी आग भयंकर हादसे में तब्दील हो जाती. आगरा मंडल में इंटरनल कम्युनिकेशन की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि जब ट्रेन भांडई स्टेशन पहुंचने से पहले बुधवार दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर गेट से होकर गुजरी. इस दौरान यशपाल सिंह को इंजन के चौथे कोच से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया. ट्रेन के अंदर किसी को भी इसकी जानकारी नहीं थी.
यशपाल ने तुरंत उप स्टेशन अधीक्षक को कॉल किया और उन्होंने कंट्रोल रूम को इस बारे में सूचित कर दिया. ट्रेन कंट्रोलर ने तुरंत ओएचई प्रभारी को अप और डाउन दिशाओं में सभी ट्रेनों की बिजली आपूर्ति बंद करने और उन्हें उनके संबंधित स्थानों पर रोकने का निर्देश दिया. इस सूझबूझ के लिए सीनियर अधिकारियों ने भी गेटमैन यशपाल सिंह की सराहना की. यशपाल सिंह साल 2021 से भांडई स्टेशन पर तैनात हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पालाकलोक एक्सप्रेस पंजाब के फिरोजपुर छावनी से मध्य प्रदेश के सिवनी की तरफ जा रही थी, तभी आगरा से करीब 10 किमी दूर भांडई के पास आग लग गई. आगरा रेलवे डिवीजन पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने कहा कि आग लगने का कारण तुरंत पता नहीं चला है. वहीं इस घटना में ट्रेन के दो डिब्बे पूरी तरह से जल गए हैं और दो डिब्बे प्रभावित हुए हैं, चारों डिब्बों को ट्रेन से अलग कर दिया गया है. स्थित अब कंट्रोल में है.