
नई दिल्ली : देश के उत्तरी राज्यों में मॉनसून का कहर जारी है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में लगातार हो रही बारिश ने हालात भयावह बना दिए हैं। कहीं बादल फटने से लोगों की जान गई, तो कहीं पहाड़ खिसकने और नदियों के उफान ने तबाही मचाई। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान जताया है।
उत्तराखंड: बादल फटने से मौतें, रेड अलर्ट
उत्तराखंड में शुक्रवार तड़के बादल फटने की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। पहाड़ी जिलों में भूस्खलन और नदी-नालों का उफान जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए बागेश्वर, चमोली, देहरादून और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
इसके अलावा चंपावत, हरिद्वार, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश: सड़कों और बिजली-पानी की आपूर्ति ठप
हिमाचल प्रदेश में बारिश से हालात गंभीर बने हुए हैं। राज्य के 12 में से 10 जिलों में 584 सड़कें पूरी तरह बंद पड़ी हैं। इनमें अकेले मंडी जिले की 259 और कुल्लू की 167 सड़कें शामिल हैं।
लगभग 1155 बिजली ट्रांसफार्मर और 346 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मौसम विभाग ने रविवार तक कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
20 जून से 26 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 158 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 38 लोग लापता हैं। 90 अचानक बाढ़, 42 बादल फटने और 85 बड़े भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं। राज्य को अब तक 2,623 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
पंजाब: नदियों का पानी गांवों में घुसा
पंजाब में भी हालात बेकाबू हैं। पटियाला जिले में घग्गर नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद प्रशासन ने निचले इलाकों के गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है।
फिरोजपुर जिले में 62 गांव गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं और करीब 16,000 एकड़ फसलें बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गई हैं। किसान गहरी चिंता में हैं और ग्रामीण अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हैं।
जम्मू-कश्मीर: हाईवे पांचवे दिन भी बंद
जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पांचवें दिन भी बंद रहा। इससे कश्मीर घाटी का संपर्क बाकी देश से कट गया है। हजारों ट्रक और यात्री वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं।
चेतावनी और आगे की स्थिति
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। प्रशासन ने नदियों और नालों के किनारे बसे लोगों को अलर्ट पर रखा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में जारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कहीं जान का नुकसान हुआ है तो कहीं फसलों और बुनियादी ढांचे का। रेड और ऑरेंज अलर्ट के बीच लोग सहमे हुए हैं और सरकारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है – जान-माल की सुरक्षा और सामान्य स्थिति बहाल करना।