उत्तर प्रदेश : सीएम योगी आदित्यनाथ का बडा एलान महाकुंभ में लगे सफाईकर्मियों को 10 हजार बोनस..

प्रयागराज में महाकुंभ के औपचारिक समापन पर सीएम योगी प्रयागराज पहुंचे, जहां वो गंगा के अरैल घाट पर सफाई करते हुए नजर आए. इसके बाद सीएम योगी ने महाकुंभ में लोगों को सेवाएं देने वाले सफाईकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, नाविक, UPSRTV के ड्राइवर पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारियों से सीधा संवाद किया. इस दौरान यूपी सीएम ने सफाईकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों से मुलाकात भी की. साथ ही नाविकों और यूपीएसआरटीवी के ड्राइवरों से भी बात की. सीएम योगी ने महाकुंभ में लगे सफाईकर्मियों को 10 हजार रुपये बोनस देने का ऐलान किया है. ये पैसे सीधे उनके बैंक अकाउंट में आएंगे.
सीएम ने कहा, “महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश के अंदर आध्यात्मिक टूरिज्म के कई सर्किट दे दिए हैं. जैसे प्रयागराज में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक पूरा समागम था…. करोड़ों की संख्या में लोग यहां रोजाना पहुंचे थे. ऐसे ही काशी विश्वनाथ के धाम में 10 से 15 लाख के बीच श्रद्धालु जाता था. वहीं एक सर्किट अयोध्या और गोरखपुर का भी बना. अयोध्या में इस दौरान 7 लाख से 12 लाख श्रद्धालु गए. वहीं गौरखपुर में 1 जनवरी से प्रतिदिन 2 लाख से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना पहुंचा. तीसरा सर्किट लखनऊ का बना, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा. चौथा सर्किट प्रयागराज से लालापुर, राजापुर और चित्रकूट का बना. वहीं पांचवा सर्किट मथुरा और वृंदावन का बना”.
उन्होंने कहा,”आस्था का यह इतना विशाल समागम दुनिया के अंदर कभी नहीं हुआ और कहीं नहीं हुआ. 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु किसी आयोजन का हिस्सा बनें, जहां कोई अपहरण की घटना नहीं, लूट की घटना नहीं, छेड़छाड़ की घटना नहीं… कोई भी ऐसी घटना नहीं हुई जिसके बारे में कोई कुछ भी कह सके. दुष्प्रचार का मौका किसी ने छोड़ा नहीं. हालांकि, हमने अपनी प्राथमिकता का ध्यान रखा और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के मद्देनजर काम किया”.
सीएम ने कहा, “मौनी अमावस्या के दिन दुखद घटना घटी थी और उन सभी परिवारजनों के प्रति हमारी संवेदना है लेकिन उसे लेकर किसी अन्य जगह की घटना को जोड़कर प्रयागराज को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी लेकिन फिर भी श्रद्धालु आते रहे”. जो भी प्रयागराज आया उन्होंने स्वच्छता और स्वच्छता कर्मियों की सराहना की और जो भी प्रयागराज आया उसने प्रयागराज में पुलिस की तारीफ की है. उत्तर प्रदेश सरकार के सभी विभागों में सभी कर्मियों ने इसे अपने घर का आयोजन बनाकर इसे भव्यता देने का काम किया और सफलता की नई ऊंचाई देने का काम किया”.
प्रयागराज में 45 दिनों तक विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक एवं आध्यात्मिक समागम-महाकुंभ बुधवार को अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के साथ संपन्न हो गया. 13 जनवरी से प्रारंभ हुए इस मेले में देश विदेश से 66.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को शाम आठ बजे तक 1.53 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई तथा 13 जनवरी से बुधवार शाम आठ बजे तक स्नान करने वालों की संख्या 66.30 करोड़ पहुंच गई. महाकुंभ के सफल आयोजन में सफाईकर्मियों की खास भूमिका
महाकुंभ अपनी स्वच्छता को लेकर भी चर्चा में रहा, जिसमें स्वच्छता कर्मियों की अहम भूमिका रही. महाकुंभ मेले में स्वच्छता प्रभारी डाक्टर आनंद सिंह ने ‘पीटीआई- भाषा‘ को बताया कि पूरे मेले में 15,000 स्वच्छताकर्मी चौबीसों घंटे ड्यूटी पर तैनात रहे. कई पालियों में उन्होंने साफ सफाई की जिम्मेदारी बखूबी निभाई और मेले में शौचालयों और घाटों को पूरी तरह से साफ रखा, सभी ने उनके कार्यों की सराहना की.