
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के अल्पकालिक वीजा रद्द करने का निर्णय लिया था। इसके तहत 27 अप्रैल से सभी अल्पकालिक वीजा अमान्य हो जाएंगे, जबकि चिकित्सा वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। इस आदेश के बाद देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
450 से अधिक भारतीय लौटे स्वदेश
पिछले तीन दिनों में वाघा सीमा के रास्ते 450 से अधिक भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत लौट चुके हैं। इनमें 23 भारतीय पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग) 2025 के प्रसारण से जुड़े कर्मचारी भी शामिल हैं। शुक्रवार को लगभग 300 और गुरुवार को करीब 100 भारतीयों ने सीमा पार की। अधिकारियों के अनुसार, अब तक 200 पाकिस्तानी नागरिक भी भारत से वापस पाकिस्तान लौट चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिक वापस भेजे गए
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए राज्य में मौजूद लगभग सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेज दिया गया है। केवल एक पाकिस्तानी नागरिक बचा है, जो 30 अप्रैल को स्वदेश रवाना होगा।
डीजीपी ने अंतरराष्ट्रीय और अंतर्राज्यीय सीमाओं पर प्रभावी चेकिंग के निर्देश दिए हैं और नेपाल सीमा से सटे जिलों—महराजगंज, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बहराइच और बलरामपुर में विशेष निगरानी के आदेश दिए हैं।
बिहार में सभी अल्पकालिक वीजा धारक लौटे
बिहार सरकार ने जानकारी दी है कि राज्य में अल्पकालिक वीजा पर आए सभी 19 पाकिस्तानी नागरिक तय समय सीमा से पहले, यानी 25 अप्रैल तक लौट चुके हैं। अब राज्य में केवल वे पाकिस्तानी नागरिक हैं जो चिकित्सा वीजा या दीर्घकालिक वीजा (LTV) पर भारत में मौजूद हैं।
महाराष्ट्र में भी तेज हुई कार्रवाई
महाराष्ट्र के मंत्री योगेश कदम ने बताया कि राज्य में करीब 5,000 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से लगभग 1,000 अल्पकालिक वीजा धारक हैं। इन्हें 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है। शेष 4,000 के करीब नागरिक दीर्घकालिक वीजा धारक हैं, जिनमें दक्षेस वीजा, फिल्म कार्य, चिकित्सा, पत्रकारिता और निजी कार्यों के लिए वीजा प्राप्त लोग शामिल हैं। चिकित्सा वीजा धारकों को दो दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है।
दिल्ली सरकार ने मांगी सहयोग की अपील
दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने जनता से अपील की है कि यदि कोई पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित समय से अधिक दिल्ली में रह रहा है, तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसे लोगों की पहचान कर निर्वासन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।