
हल्द्वानी : उत्तराखंड के हल्द्वानी में आज देशभक्ति और सैन्य शौर्य से ओत-प्रोत ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा हाल ही में भारतीय सेना द्वारा सफलतापूर्वक अंजाम दिए गए “ऑपरेशन सिंदूर” को समर्पित रही।
जनसमूह उमड़ा, तिरंगे के साथ शहीदों को दी श्रद्धांजलि
यात्रा की शुरुआत मिनी स्टेडियम, हल्द्वानी से हुई और यह शहीद पार्क तक पैदल मार्च के रूप में संपन्न हुई। इस ऐतिहासिक यात्रा में हजारों की संख्या में आमजन, पूर्व सैनिक, युवा, महिलाएं और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मुख्यमंत्री धामी ने शहीद स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी और “ऑपरेशन सिंदूर” में भाग लेने वाले सैनिकों की वीरता को नमन किया।
मुख्यमंत्री का संबोधन: नया भारत अब आतंक का जवाब उसी की भाषा में देता है
मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर सिद्ध किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और सफलतापूर्वक कार्रवाई करने में पूरी तरह सक्षम है। भारत ने अपने वीर सपूतों की बहादुरी से न केवल आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि उनके आकाओं को भी यह स्पष्ट संदेश दिया कि अब नया भारत चुप नहीं बैठेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है, जहां हर परिवार सेना और राष्ट्र सेवा से जुड़ा है। युवाओं से उन्होंने सेना के अनुशासन, साहस और समर्पण से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
सीधे दुश्मन की जड़ पर हमला – ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में उपजे आक्रोश का उल्लेख करते हुए कहा कि
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंक की जड़ पर सीधा वार करने का फैसला लिया और सेना को खुली छूट दी। भारतीय सेना ने बिना पाकिस्तान में प्रवेश किए ड्रोन और मिसाइल से आतंक के पनाहगाहों को नेस्तनाबूद कर दिया।”
उन्होंने दावा किया कि “पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी सटीक निशाना बनाया गया और पाकिस्तान को संघर्ष विराम के लिए घुटनों पर आना पड़ा।”
‘मेड इन इंडिया’ सैन्य तकनीक का जलवा
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत में निर्मित स्वदेशी हथियारों की ताकत से अब पूरी दुनिया भारत की सैन्य शक्ति को मान्यता दे रही है।
“भारतीय सेना आज जिन हथियारों से आतंक का सफाया कर रही है, वे ‘मेड इन इंडिया’ हैं, और ये किसी भी विदेशी तकनीक से हजारों गुना ज्यादा प्रभावी हैं।”
धामी हुए भावुक: “मैं भी एक सैनिक का बेटा हूं”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर अपने निजी जुड़ाव को साझा करते हुए कहा:
“मैं एक सैनिक पुत्र हूं और मुझे इस पर गर्व है। जब भी शहीदों की चर्चा होती है, मेरी आंखें नम हो जाती हैं। उत्तराखंड के हर पांचवें सैनिक का सीमा से नाता है – यह हमारी भूमि की विशेषता है।”
इस ऐतिहासिक यात्रा में राज्य के कई मंत्री, सांसद, विधायक, नगर निगमों के मेयर, प्रशासनिक अधिकारी और हजारों स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
प्रमुख उपस्थित व्यक्तियों में सांसद अजय भट्ट, विधायक बंशीधर भगत, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, डीएम वंदना, और एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा सहित अन्य गणमान्य अतिथि रहे।
“तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि जनता और सरकार की ओर से सेना के पराक्रम को सार्वजनिक समर्थन देने का प्रतीक बनकर सामने आई। “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर आई ये जनभावना बताती है कि भारत अब न केवल रणनीतिक रूप से सक्षम है, बल्कि राष्ट्र के हर नागरिक के दिल में शौर्य और आत्मगौरव की भावना प्रबल होती जा रही है।