
नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025 | नेशनल डेस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 15 सितंबर तक तीन दिनों के मैगा दौरे पर निकल रहे हैं। इस दौरान वह मिजोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री इन राज्यों में हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे और कई जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब सरकार 2026 के आम चुनाव से पहले देशभर में विकास योजनाओं और कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स पर फोकस कर रही है।
मिजोरम: पहली बार राजधानी को मिलेगा रेल संपर्क
प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे की शुरुआत मिजोरम से करेंगे। 13 सितंबर को आइज़ोल में वह 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
सबसे अहम है 8,070 करोड़ की बैराबी-सैरांग रेल लाइन परियोजना, जो पहली बार मिजोरम की राजधानी आइजोल को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी।
- इसमें 45 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 88 छोटे पुल शामिल हैं।
- परियोजना से लॉजिस्टिक्स, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी।
- प्रधानमंत्री यहां से तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनें भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिनमें सैरांग-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग-गुवाहाटी और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस शामिल हैं।
मणिपुर: पुनर्निर्माण और शांति बहाली का संदेश
दौरे का अगला पड़ाव मणिपुर होगा, जहां प्रधानमंत्री पुनर्निर्माण और विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। हाल के वर्षों में राज्य ने कई सामाजिक-राजनीतिक चुनौतियों का सामना किया है। ऐसे में पीएम का दौरा यहां एक शांति और स्थिरता का संदेश भी माना जा रहा है।
असम: औद्योगिक और परिवहन परियोजनाओं पर फोकस
असम में प्रधानमंत्री मोदी बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
- गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार,
- नदी परिवहन को मजबूत करने वाली योजनाएं,
- और क्षेत्रीय उद्योगों के लिए नई निवेश परियोजनाओं का एलान किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल: कनेक्टिविटी और शहरी विकास योजनाएं
पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री रेलवे और शहरी विकास से जुड़ी कई योजनाओं की सौगात देंगे।
- कोलकाता और हावड़ा के बीच मेट्रो रेल परियोजनाओं का उद्घाटन।
- पूर्वी भारत के बंदरगाहों को जोड़ने वाले लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर की नींव।
- कोलकाता और उत्तर बंगाल में शहरी आवास और स्मार्ट सिटी परियोजनाएं।
बिहार: 36,000 करोड़ की मेगा योजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा 15 सितंबर को बिहार में संपन्न होगा। दोपहर लगभग 2:45 बजे वे पूर्णिया हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री बिहार में 36,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।
- राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का शुभारंभ, जिससे बिहार के मिथिला क्षेत्र को विशेष लाभ होगा।
- नई सड़क और रेल परियोजनाएं, जो राज्य के कनेक्टिविटी नेटवर्क को मजबूत करेंगी।
- ऊर्जा और सिंचाई क्षेत्र में नई योजनाओं का एलान।
प्रधानमंत्री इस मौके पर बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे और राज्य में रोजगार व औद्योगिक विकास का रोडमैप पेश करेंगे।
राजनीतिक और रणनीतिक महत्व
प्रधानमंत्री का यह दौरा सिर्फ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भर नहीं है, बल्कि इसमें एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी छिपा है।
- उत्तर-पूर्व भारत को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता।
- बिहार और पश्चिम बंगाल में 2026 के आम चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश।
- इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी को मोदी सरकार की सिग्नेचर पॉलिसी के रूप में पेश करना।
13 से 15 सितंबर तक प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा देश के पूर्वोत्तर और पूर्वी हिस्सों को विकास की नई दिशा देने वाला साबित होगा। मिजोरम से लेकर बिहार तक, पीएम जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनका सीधा असर कनेक्टिविटी, लॉजिस्टिक्स, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन पर पड़ेगा।
यह दौरा इस संदेश को भी और मजबूत करता है कि भारत का विकास अब केवल महानगरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि दूर-दराज़ के राज्य भी मुख्यधारा में बराबरी से शामिल होंगे।