
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच गहराते सैन्य तनाव के बीच बलूचिस्तान की ओर से एक बड़ा और ऐतिहासिक दावा सामने आया है। बलूच नेता और लेखक मीर यार बलोच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट कर बलूचिस्तान को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया है। साथ ही, उन्होंने भारत से मांग की है कि वह नई दिल्ली में बलूचिस्तान का दूतावास स्थापित करने की अनुमति दे।
बलोच नेता ने अपने पोस्ट में लिखा कि पाकिस्तान अब पतन की कगार पर है और ऐसे में बलूच जनता ने स्वतंत्रता का दावा कर दिया है। उन्होंने भारत से अपील की कि बलूचिस्तान को मान्यता दी जाए और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बलूचिस्तान के लिए एक आधिकारिक कार्यालय और दूतावास खोला जाए।
मीर यार बलोच ने संयुक्त राष्ट्र से भी हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को बलूचिस्तान में शांति मिशन भेजना चाहिए और पाकिस्तान की सेना को वहां से हटाने की मांग करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बलूचिस्तान के लिए मुद्रा और पासपोर्ट मुद्रण हेतु अंतरराष्ट्रीय मदद भी जुटाई जानी चाहिए।
बलोच नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि सेना, फ्रंटियर कोर, पुलिस, आईएसआई और अन्य प्रशासनिक पदों पर कार्यरत सभी गैर-बलूच कर्मियों को बलूचिस्तान को तत्काल छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्वतंत्र बलूचिस्तान के लिए एक संक्रमणकालीन सरकार की घोषणा की जाएगी।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव चरम पर है। गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से भारत के कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट से हमले की कोशिश की गई थी, जिसे भारतीय सेना ने मुस्तैदी से नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी सख्त रुख अपनाया है।
इस घटनाक्रम को भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद गंभीर माना जा रहा है, क्योंकि यह पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति और भारत की क्षेत्रीय रणनीति दोनों पर व्यापक असर डाल सकता है।