प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में BJP की जीत पर इन तीनों राज्यों के लोगों का आभार माना है. आज पार्टी मुख्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “पूर्वोत्तर अब ना दिल से और ना ही दिल्ली से दूर है. यह चुनाव दिलों की दूरी समाप्त होने के साथ नई सोच का प्रतिबिंब है. यह नया युग और नया इतिहास रचे जाने का पल है. चुनाव जीतने से ज्यादा मुझे इस बात का संतोष है कि PM के कार्यकाल के दौरान बार-बार नॉर्थ ईस्ट जाकर के लोगों के दिलों को जीता है.” उन्होंने कहा, “आज के नतीजे दिखाते हैं कि भारत में लोकतंत्र को लेकर मजबूत आशावाद है. इन राज्यों की जनता ने हमारे साथी सहयोगियों को भरपूर आशीर्वाद दिया है. दिल्ली में भाजपा के लिए कार्य करना कठिन नहीं है लेकिन नॉर्थ ईस्ट में हमारे कार्यकर्ताओं ने दोगुनी मेहनत की है, मैं इनकी मेहनत की सराहना करता हूं और धन्यवाद देता हूं.” पार्टी कार्यकर्ताओं के हुजूम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “बीते वर्षों में भाजपा मुख्यालय ऐसे अनेक अवसरों का साक्षी बना है, आज हमारे लिए जनता को विनम्रता से नमन करने का एक और अवसर आया है. मैं त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड की जनता का सिर झुकाकर आभार व्यक्त करता हूं.” अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारे कुछ शुभचिंतक भी हैं जिन्हें इससे तकलीफ है कि आखिर भाजपा के जीतने का राज़ क्या है?
उन्होने कहाँ अभी तक के परिणाम तक मैंने टीवी तो नहीं देखी और यह भी नहीं देखा कि EVM को गाली पड़नी शुरू हुई है या नहीं.” प्रधानमंत्री ने भाजपा की लगातार जीत के लिए उसकी सरकारों के कामकाज और कार्य संस्कृति तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के सेवा संकल्प की ‘त्रिवेणी’ को श्रेय दिया. पूर्वोत्तर राज्यों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि पहले, पूर्वोत्तर क्षेत्र से नतीजे आने पर दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में ज्यादा चर्चा नहीं होती थी बल्कि चर्चा चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर होती थी. त्रिपुरा का जिक्र करते हुए कहा कि पहले त्रिपुरा में ये हाल था कि एक पार्टी के अलावा दूसरी पार्टी का एक झंडा तक नहीं लगाया जा सकता था. अगर किसी ने लगाने की कोशिश की तो उसे लहूलुहान कर दिया जाता था. इस बार इन चुनावों में हमने कितना बड़ा परिवर्तन देखा है.