उत्तराखंड कांग्रेस में बड़ा फेरबदल: गणेश गोदियाल बने नए प्रदेश अध्यक्ष, प्रीतम सिंह और हरक सिंह को अहम जिम्मेदारी

नई दिल्ली/देहरादून: कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड में संगठनात्मक पुनर्गठन करते हुए गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल द्वारा मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार, यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू होगी।
इस फैसले के साथ ही कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में संगठन को नई ऊर्जा और संतुलन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
गणेश गोदियाल को मिली कमान
गणेश गोदियाल, जो पहले भी प्रदेश कांग्रेस में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं, अब पार्टी की बागडोर एक बार फिर संभालेंगे।
गढ़वाल क्षेत्र से आने वाले गोदियाल को एक संवेदनशील, संगठनात्मक रूप से सक्रिय और जनता से जुड़ा नेता माना जाता है। उनके पास मंडल से लेकर राज्य स्तर तक संगठन को पुनर्गठित करने का लंबा अनुभव है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, हाईकमान ने यह निर्णय क्षेत्रीय संतुलन, जातीय समीकरण और संगठनात्मक प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए लिया है।

नई टीम में प्रीतम सिंह और हरक सिंह रावत को भी बड़ी भूमिका
नई संरचना में दो वरिष्ठ नेताओं को भी प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं —
- प्रीतम सिंह को प्रचार समिति (Campaign Committee) का अध्यक्ष बनाया गया है।
- डॉ. हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति (Election Management Committee) की कमान दी गई है।
इन दोनों नेताओं को आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीतिक तैयारी और जमीनी अभियान की रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह संयोजन “अनुभव, नेतृत्व और संगठनात्मक क्षमता का मिश्रण” है, जिससे कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और बीजेपी के खिलाफ मजबूत विकल्प पेश करने की दिशा में काम करेगी।
करण माहरा को मिला सम्मानजनक स्थान
अब तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे करण माहरा को पार्टी ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) में विशेष आमंत्रित सदस्य (Special Invitee) के रूप में शामिल किया है।
पार्टी ने उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि माहरा ने “संगठन को स्थायित्व और मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
यह नियुक्ति इस बात का संकेत है कि कांग्रेस नेतृत्व अपने पूर्व प्रदेशाध्यक्षों को सम्मान और निरंतर योगदान का अवसर देना चाहता है।
राजनीतिक समीकरण और हाईकमान की रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फेरबदल कांग्रेस की ‘टीम रिबैलेंसिंग रणनीति’ का हिस्सा है।
पार्टी, उत्तराखंड में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, ऐसे नेताओं को आगे लाना चाहती है जो विभिन्न गुटों के बीच सामंजस्य बनाए रख सकें।
दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय के एक वरिष्ठ नेता ने कहा,
“गणेश गोदियाल के पास संगठनात्मक अनुभव और स्वीकार्यता दोनों हैं। साथ ही, प्रीतम सिंह और हरक सिंह जैसे नेताओं की भागीदारी से पार्टी के भीतर सामंजस्य का संदेश जाएगा।”
चुनावी तैयारी पर फोकस
नई टीम के गठन के साथ ही कांग्रेस ने चुनाव-पूर्व रणनीति, बूथ प्रबंधन और जनसंपर्क अभियान पर फोकस बढ़ा दिया है।
प्रचार समिति राज्यभर में ‘जन विश्वास यात्रा’ और ‘परिवर्तन संवाद’ जैसे कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है, जबकि चुनाव प्रबंधन समिति का लक्ष्य है —
- बूथ स्तर पर कार्यकर्ता सशक्तिकरण,
- मतदाता सूची का विश्लेषण,
- और सोशल मीडिया रणनीति का समन्वय।
पार्टी में जोश और ऊर्जा का संचार
उत्तराखंड कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि नए संगठनात्मक फैसले से “कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।”
उन्होंने कहा,
“पार्टी ने अनुभव और युवा नेतृत्व का संतुलन कायम किया है। हमें विश्वास है कि यह टीम राज्य में कांग्रेस को नई दिशा देगी।”
बीजेपी के लिए चुनौती या अवसर?
राजनीतिक पंडितों के अनुसार, इस फेरबदल से बीजेपी को संगठित विपक्ष का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस को गुटबाजी और स्थानीय मुद्दों पर स्पष्ट नीति अपनानी होगी, तभी यह बदलाव व्यावहारिक परिणाम दे सकेगा।
कांग्रेस हाईकमान का यह निर्णय न केवल एक संगठनात्मक फेरबदल, बल्कि चुनावी रणनीति का संकेत भी माना जा रहा है। गणेश गोदियाल के नेतृत्व में पार्टी अब अपने पुराने ढांचे को नया स्वरूप देने की दिशा में अग्रसर है। आगामी महीनों में यह स्पष्ट होगा कि क्या यह नई टीम उत्तराखंड में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने का निर्णायक कदम साबित होती है या नहीं।



