हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अपना एक्शन शुरू कर दिया है. जिले के सभी एंट्री प्वाइंट को सील कर दिया गया है. पथराव और आगज़नी करने वालों की गिरफ्तारी शुरू हो चुकी है. पूरे नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालात से निपटने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियों को तैनात किया गया है. किसी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए जिले में 2 अगस्त तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. एहतियात के तौर पर गुरुग्राम, फ़रीदाबाद और पलवल जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार को बंद करने का आदेश दिया गया. वहीं पुलिस दंगाईयों के खिलाफ बड़ा एक्शन चला रही है. वीडियो के जरिए पुलिस दंगाईयों की पहचान करने में जुटी हुई है.
दरअसल सोमवार को नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद का जूलूस गुजर रहा था. इस दौरान भीड़ ने जुलूस को रोकने की कोशिश की. पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं. हिंसक भीड़ ने कई गाड़ियों को जला दिया. हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों समेत 15 लोग घायल हो गए. हिंसा के चलते सड़क पर घंटों तक आवागमन बाधित रहा. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला. इनमें श्रद्धालु और वे लोग शामिल थे जिन्होंने दोनों पक्षों के बीच झड़प के दौरान वहां शरण ली थी. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.