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देहरादून में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक में डीएम सविन बंसल सख्त

एसएनसीयू विस्तार में देरी पर जताई नाराजगी — मौके पर ही स्वीकृत किए 91 लाख रुपए

देहरादून, 30 अक्टूबर: देहरादून जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बड़ा कदम उठाया है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार देर शाम जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में चल रहे निर्माण कार्यों और सुविधाओं की अचानक समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक में एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) के अपग्रेडेशन में देरी, अस्पताल की उपकरण व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता और ब्लड बैंक के निर्माण की धीमी प्रगति पर गंभीर चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने एसएनसीयू विस्तार कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को फटकार लगाई। उन्होंने दो महीने से फंड की कमी की जानकारी प्रशासन को न देने को गंभीर चूक बताया। तत्काल निर्णय लेते हुए डीएम ने मौके पर ही 91 लाख रुपए की धनराशि मंजूर कर दी, ताकि अस्पताल में जरूरी सुविधाओं का विस्तार जल्द पूरा किया जा सके।


एसएनसीयू विस्तार में देरी पर नाराज डीएम बोले — “जनसेवा में ढिलाई बर्दाश्त नहीं”

बैठक में बताया गया कि पिछले वर्ष शुरू किए गए एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) से अब तक 500 से अधिक नवजात शिशु लाभान्वित हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने पहले दिए गए निर्देशों में इस यूनिट को 6 से बढ़ाकर 12 बेड करने को कहा था, ताकि नवजातों के उपचार की क्षमता दोगुनी की जा सके।

लेकिन समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि विस्तारीकरण कार्य फंड की कमी के कारण दो महीने से लंबित है। इस पर डीएम सविन बंसल ने स्पष्ट शब्दों में नाराजगी जताते हुए कहा,

“जनहित से जुड़े कार्यों में देरी अस्वीकार्य है। यदि किसी भी परियोजना में धनराशि या संसाधन की समस्या हो तो तत्काल प्रशासन को सूचित किया जाना चाहिए, न कि महीनों बाद बहाने बनाए जाएं।”

उन्होंने कहा कि एसएनसीयू का विस्तार न केवल जिले के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि नवजात मृत्यु दर को कम करने में भी अहम भूमिका निभाएगा।


ब्लड बैंक निर्माण 75% पूरा, फरवरी 2026 तक संचालन शुरू करने के निर्देश

बैठक में निर्माणाधीन ब्लड बैंक की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। अधिकारियों ने बताया कि इसका 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष निर्माण कार्य फरवरी 2026 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है।

डीएम ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य के साथ-साथ मशीनरी, चिकित्सकीय उपकरण, स्टाफ और तकनीकी संसाधनों की व्यवस्था भी समानांतर रूप से की जाए, ताकि निर्धारित समयसीमा में ब्लड बैंक पूर्ण रूप से चालू किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि “ब्लड बैंक जैसी अत्यंत आवश्यक सुविधा की देरी सीधे मरीजों के जीवन से जुड़ी है, इसलिए इसकी मॉनिटरिंग साप्ताहिक आधार पर की जाएगी।”


91 लाख की तत्काल स्वीकृति — कई महत्वपूर्ण सुविधाओं को मिलेगी रफ्तार

बैठक के दौरान जिलाधिकारी सविन बंसल ने मौके पर ही जिला योजना से 91 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की। इस राशि से अस्पताल की कई बुनियादी सुविधाओं और अधोसंरचना कार्यों को पूरा किया जाएगा। इसमें शामिल हैं —

  • एसएनसीयू यूनिट का अपग्रेडेशन और विस्तार
  • दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय निर्माण
  • जनरल ऑपरेशन थिएटर के लिए स्टेपलाइज़र
  • फायर हाइड्रेंट, फायर अलार्म और वाटर लाइन सिस्टम
  • पुराने भवनों की दीवारों की मरम्मत और पेंटिंग
  • जन्म-मृत्यु पंजीकरण के लिए कलर प्रिंटर की व्यवस्था

डीएम ने कहा कि “अस्पतालों में किसी भी प्रकार की सुविधा का अभाव मरीजों की परेशानी बढ़ाता है, इसलिए सभी कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरे होने चाहिए।”


“हर मरीज को मिले गुणवत्तापूर्ण इलाज” — डीएम का सख्त संदेश

बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाला हर मरीज गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा पाने का हकदार है। उन्होंने कहा,

“अस्पताल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति समय पर हो, मरीजों के साथ संवेदनशील व्यवहार किया जाए, और दवा वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बनी रहे।”

उन्होंने अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था, उपकरणों की कार्यशीलता और हेल्प डेस्क की कार्यक्षमता पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए।

डीएम ने कहा कि अब से हर सप्ताह अस्पताल की समीक्षा की जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


ऑटोमेटेड पार्किंग व्यवस्था से सुधरा यातायात

बैठक में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मन्नु जैन ने जानकारी दी कि अस्पताल परिसर में शुरू की गई ऑटोमेटेड पार्किंग प्रणाली से वाहनों की अव्यवस्था पर नियंत्रण हुआ है। उन्होंने कहा कि पार्किंग व्यवस्था में सुधार से मरीजों और आगंतुकों दोनों को राहत मिली है।

डीएम बंसल ने अस्पताल के आसपास नई ऑटोमेटेड पार्किंग निर्माण की संभावना पर सहमति जताई और संबंधित विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।


अधिकारियों की मौजूदगी में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा, उप जिलाधिकारी हरिगिरि, डॉ. जे.पी. नौटियाल, डॉ. शालिनी डिमरी, प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी राजू सब्बरवाल, मैट्रन इंदू शर्मा, सुशीला पंवार, प्रबंधक आरती और पीआरओ प्रमोद पंवार सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।


देहरादून स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी की उम्मीद

जिलाधिकारी सविन बंसल की सख्त और निर्णायक बैठक के बाद जिला चिकित्सालय की व्यवस्था में तेजी की उम्मीद की जा रही है। एसएनसीयू यूनिट के विस्तार, ब्लड बैंक के शीघ्र संचालन और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

डीएम के निर्देशों के बाद अब प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगी कि देहरादून का जिला चिकित्सालय एक “मॉडल हॉस्पिटल” के रूप में उभरे, जहाँ मरीजों को उपचार के साथ सम्मान और संवेदना भी मिले।

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