केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को मिली जाम के झाम से राहत
वर्ष 2025 की यात्रा में केदारनाथ हाईवे पर नहीं लग रहा कई भी जाम

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम की यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को इस बार जाम के झाम से राहत मिल रही है। पिछले वर्षों तक जहां यात्रा मार्ग में लगने वाले जाम से श्रद्धालुओं को मिनटों का सफर घंटों में तय करना पड़ता था, वहीं इस बार ऐसा कई भी नहीं देखने को मिल रहा है। जवाड़ी बाईपास से निकलकर तीर्थयात्री आसानी से सोनप्रयाग पहुंच रहे हैं। वहीं, प्रशासन की ओर से जगह-जगह बनाई गई पार्किंग तीर्थयात्रियों के लिए राहत देने का काम कर रही हैं।
वर्ष 2025 की केदारनाथ यात्रा नये आयाम छूने जा रही है। मात्र 26 दिनों की यात्रा में छः लाख का आंकड़ा पार हो गया है। इस बार की यात्रा में जो सबसे ज्यादा राहत देने का काम किया है, वह केदारनाथ हाईवे ने दिया है। हाईवे पर जगह-जगह जहां जिला प्रशासन ने पार्किंगों का निर्माण किया है, वहीं हाईवे की बदहाल स्थिति को भी सुधारा गया है। हाईवे के फाटा में बीते 11 सालों से राजमार्ग काफी संकरा होने के साथ ही पहाड़ी से पत्थर गिरने का भय बना रहता था, वहीं इस समस्या का समाधान होने से यात्रियों ने राहत की सांस ली है। इसके अलावा कुंड से गुप्तकाशी के बीच लगने वाले लम्बे जाम से भी निजात मिल गई है। ब्यूंगगाड़, सीतापुर सहित अन्य स्थानों पर भी राजमार्ग के डेंजर प्वाइंटों को सुरक्षित किया गया है। केदारनाथ हाईवे के जगह-जगह नासूर बने डेंजर जोन का ट्रीटमेंट किया गया है तो कई जगहों पर पार्किंगों का भी निर्माण किया गया है। यात्रा मार्ग के जगह-जगह तैनात पुलिस और यात्रा मैनजमेंट फोर्स की टीमें तीर्थयात्रियों की मदद में जुटी हुई हैं। केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थयात्री जहां पहले हाईवे के कई स्थानों पर लगने वाले जाम और डेंजर प्वाइंटों से परेशान रहते थे, वहीं पार्किंग की सुविधा नहीं होने से भी उन्हें दिक्कतें होती है। मगर अब जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की इस समस्या का समाधान करके यात्रियों की यात्रा को आसान बना दिया है।
इन जगहों पर बनाई गई है पार्किंग
रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से जगह-जगह पार्किंग का निर्माण किया गया है। इनमें रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र के पुनाड़ गदेरा, तिलवाड़ा, बेलनी, अगस्त्यमुनि-देवल, गिवाणा, काकड़ागाड़, सोनप्रयाग बाजार, सोनप्रयाग शटल व गौरीकंुंड शटल में पार्किंग की सुविधा मिल रही है, जबकि स्यालसौड़, मैखण्डा में पार्किंग का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। पार्किंगों के निर्माण से देश-विदेश से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बहुत राहत मिल रही है। जिला स्तरीय प्राधिकरण की देख-रेख में पार्किंगों का संचालन हो रहा है और इनसे अर्जित होने वाली आय को जिले के विकास में लगाया जा रहा है। पार्किंगों में हर दिन कितने वाहन आ रहे हैं और कितने जा रहे हैं, इसका पूरा डेटा रखा जा रहा है। डीएम डॉ सौरभ गहरवार ने कहा कि केदारनाथ हाईवे के साथ ही अन्य मार्गों में बनाई गई पार्किंग से तीर्थयात्रियों में खुशी देखने को मिल रही है। केदारनाथ यात्रा मार्ग की पार्किंग स्थलों में यात्रियों के लिए दुकानें भी खोली गई हैं, जिसमें खाने-पीने की उचित व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा शौचालय भी स्थापित किए गए हैं, जहां सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। बताया कि इन पार्किंग स्थलों में चार हजार वाहनों को पार्क करने की क्षमता है।
हाईवे के डेंजर जोन का सही समय पर समाधान
रुद्रप्रयाग। इन दिनों चारधाम यात्रा अपने पीक पर है और आये दिन मौसम भी खराब हो रहा है। बावजूद इसके केदारनाथ हाईवे पर सफर करना आसान बना हुआ है। यह सब संभव हो पाया है कि समय से केदारनाथ हाईवे पर कार्य किए जाने से। हाईवे के डंेजर जोन वाले स्थानों पर समय पर कार्य होने के साथ ही पुलों का निर्माण होने से तीर्थयात्रियों को काफी राहत मिल रही है। पहले जहां हाईवे के कुंड, फाटा, ब्यूंगगाड़, सीतापुर सहित अन्य स्थानों पर राजमार्ग संकरा होने के साथ पहाड़ी से बोल्डर और पत्थर गिरने का भय बना रहता था, वहीं अब इन डेंजर जोन स्थलों का समाधान होने से तीर्थयात्री सुरक्षित तरीके से यात्रा कर रहे हैं।
बारिश भी
मात्र 26 दिनों की यात्रा में छः लाख का आंकड़ा पार
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या छः लाख पार हो गई है। मात्र 26 दिनों की यात्रा में यह आंकड़ा पार हो गया है। बाबा के दरबार में आने वाले भक्तों का तांता लग रहा है। पहले जहां 23 हजार के करीब भक्त बाबा के दर्शनों को पहुंच रहे थे, वहीं अब 25 हजार से ज्यादा भक्त केदार के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। बाबा के भक्तों में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है।
यात्रा में पर्यावरण का भी रखा जा रहा विशेष ध्यान
रुद्रप्रयाग। बाबा केदार की यात्रा में जिला प्रशासन की ओर से पर्यावरण का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जवाड़ी बाईपास में केदारनाथ धाम जाने वाले भक्तों को कूड़ा बैग दिए जा रहे हैं। इन बैगों में भक्त खाने-पीने की चीजों का उपयोग करने के बाद प्लास्टिक-कचरा इसमें रख सकते हैं और निर्धारित जगहों पर बनाए गए कूड़ादान सेंटरों में फेंक सकते हैं, जहां से उठाकर इस कचरे को कूड़ा डम्पिंग जोन में पहुंचाया जा रहा है। केदारनाथ हाईवे के जगह-जगह कूड़ादान बनाए गए हैं, जिनका लाभ स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थयात्रियों को मिल रहा है। साथ ही इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान से भी बचाया जा रहा है। प्रसिद्ध पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र बद्री ने कहा कि जिला प्रशासन की यह शानदार पहल है। धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं को कूड़ा बैग दिया जा रहा है। यह बैग पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त है, जबकि इसमें प्लास्टिक कचरा रखने के बाद सुरक्षित स्थान पर भी पहुंचाया जा रहा है, जिससे इसका निस्तारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हाईवे किनारे बनाए गए ये कूड़ादान काफी फायदेमंद साबित हो रहे हैं।