
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली स्थित ऐतिहासिक लाल किला मंगलवार से एक बार फिर आम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल यह 17वीं शताब्दी का ऐतिहासिक स्मारक 5 दिसंबर से बंद था, जिसके कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को निराशा का सामना करना पड़ रहा था।
लाल किले के दोबारा खुलने से न केवल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दिल्ली की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी नई ऊर्जा मिलेगी।
क्यों बंद किया गया था लाल किला
एएसआई अधिकारियों के अनुसार, लाल किले को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला सुरक्षा कारणों और संरक्षण कार्यों को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। इस दौरान किले परिसर में—
- सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा
- संरचनात्मक संरक्षण
- पर्यटक सुविधाओं में सुधार
- रखरखाव और मरम्मत कार्य
किए गए।
हालांकि, एएसआई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह बंदी स्थायी नहीं है और आवश्यक कार्य पूरे होते ही लाल किले को फिर से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
मंगलवार से फिर दिखेगी लाल किले की रौनक
मंगलवार से लाल किला खुलते ही एक बार फिर यहां पर्यटकों की चहल-पहल देखने को मिलेगी। सर्दियों के मौसम में दिल्ली घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए लाल किला एक प्रमुख आकर्षण होता है।
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि लाल किले के खुलने से—
- दिल्ली पर्यटन को गति मिलेगी
- होटल और ट्रैवल इंडस्ट्री को फायदा होगा
- स्थानीय गाइड और विक्रेताओं की आजीविका को सहारा मिलेगा
लाल किला: भारत की ऐतिहासिक पहचान
लाल किला केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि भारत के इतिहास, संस्कृति और लोकतंत्र का प्रतीक है। मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा 17वीं शताब्दी में निर्मित यह किला मुगल वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है।
लाल किले का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि—
- हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री यहीं से देश को संबोधित करते हैं
- यह भारत की स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक है
- मुगलकालीन प्रशासन और संस्कृति की झलक यहां देखने को मिलती है
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा
लाल किले को वर्ष 2007 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। यह दर्जा इस बात का प्रमाण है कि लाल किला केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की सांस्कृतिक धरोहर है।
यूनेस्को के अनुसार, लाल किला—
- ऐतिहासिक महत्व
- वास्तुशिल्प की उत्कृष्टता
- सांस्कृतिक विरासत
के मानकों पर खरा उतरता है।
पर्यटकों के लिए क्या होंगे नियम
लाल किला खुलने के साथ ही एएसआई की ओर से पर्यटकों के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी लागू रहेंगे। इनमें—
- निर्धारित समय में प्रवेश
- वैध टिकट के साथ ही एंट्री
- सुरक्षा जांच से गुजरना
- स्मारक को नुकसान न पहुंचाने के नियम
शामिल हैं।
एएसआई अधिकारियों ने पर्यटकों से अपील की है कि वे स्मारक की गरिमा बनाए रखें और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में सहयोग करें।
लाइट एंड साउंड शो बना रहेगा आकर्षण
लाल किले में आयोजित होने वाला लाइट एंड साउंड शो पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। इस शो के जरिए मुगल काल से लेकर स्वतंत्रता संग्राम तक के इतिहास को रोचक अंदाज में प्रस्तुत किया जाता है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, लाल किला खुलने के बाद लाइट एंड साउंड शो को लेकर भी पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिल सकता है।
पर्यटन उद्योग को मिलेगी राहत
लाल किले के बंद रहने से—
- टूर ऑपरेटर
- लोकल गाइड
- हस्तशिल्प विक्रेता
- छोटे दुकानदार
प्रभावित हो रहे थे। अब इसके दोबारा खुलने से इन सभी वर्गों को राहत मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली पर्यटन से जुड़े संगठनों ने एएसआई के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह कदम राजधानी के पर्यटन को मजबूती देगा।
सुरक्षा व्यवस्था रहेगी सख्त
एएसआई और सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट किया है कि लाल किले में सुरक्षा व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रवेश द्वारों पर—
- मेटल डिटेक्टर
- बैगेज स्कैनर
- सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
की जाएगी।
इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे परिसर पर नजर रखी जाएगी।
देश-विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद
लाल किला न केवल भारतीय पर्यटकों, बल्कि विदेशी सैलानियों के बीच भी बेहद लोकप्रिय है। दिल्ली आने वाला लगभग हर विदेशी पर्यटक लाल किला देखने जरूर जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, लाल किला खुलने से—
- विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी
- भारत की सांस्कृतिक छवि मजबूत होगी
- अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
संरक्षण और विकास का संतुलन
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का कहना है कि लाल किले जैसे ऐतिहासिक स्मारकों में संरक्षण और पर्यटन विकास के बीच संतुलन बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है। इसी कारण समय-समय पर मरम्मत और सुधार कार्य किए जाते हैं।
एएसआई का उद्देश्य है कि लाल किले की ऐतिहासिक पहचान को सुरक्षित रखते हुए इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जाए।
निष्कर्ष
दिल्ली का लाल किला मंगलवार से फिर से आम पर्यटकों के लिए खुलने जा रहा है, जो इतिहास, संस्कृति और पर्यटन—तीनों के लिहाज से एक सुखद खबर है। कुछ दिनों की अस्थायी बंदी के बाद लाल किले का दोबारा खुलना न केवल पर्यटकों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि राजधानी के पर्यटन उद्योग के लिए भी सकारात्मक संकेत है।
लाल किला भारत की गौरवशाली विरासत का प्रतीक है और इसका संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अब एक बार फिर देश-विदेश के सैलानी इस ऐतिहासिक धरोहर की भव्यता और गौरव को करीब से देख सकेंगे।



