उत्तराखंड: देहरादून में आयोजित ‘सरसंघचालक मोहन भगवत के द्वारा 24 अक्टूबर विजयादशमी के अवसर पर दिए गए उद्बोधन पर एक परिचर्चा आयोजित की गयी. इस अवसर पर क्षेत्र संपर्क प्रमुख श्रीआनंद ने कहा कि ” मोहन भागवत ने विजयादशमी के अवसर पर नागपुर की रैली में जी-20 के सफल आयोजन से लेकर राम मंदिर और मणिपुर हिंदू-मुस्लिम एकता का जिक्र किया है जोकि भारत की एकता के लिए बहुत मायने रखता है”।
सूचना आयुक्त विवेक शर्मा ने कहा कि “भागवत ने अपने भाषण में संघ के मुस्लिमों के बीच पहुंच बढ़ाने की भरसक प्रयास किया गया है। जोकि देश की अखंडता के लिए बहुत बड़ा संदेश है”। उन्होंने आगे कहा कि “संघ प्रमुख के संबोधन में महिलाओं के सशक्तीकरण, जनसंख्या नीति, रोज़गार बढ़ाने और दलितों के साथ भेदभाव बंद करने के साथ ही अल्पसंख्यकों को लेकर विचार ज़ाहिर किए गए जोकि भारत के सुखद भविष्य के लिए जरुरी है”।
इस अवसर पर क्षेत्र प्रान्त प्रचारक डॉ शैलेश, दून विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, पूर्व DGP अनिल रतूड़ी, प्रख्यात भागवताचार्य प. सुभाष जोशी, वरिष्ट सामाजिक कार्यकर्त्ता राजेश डबराल, CMI हॉस्पिटल के फाउंडर डॉ. जैन, व कृष्णा हॉस्पिटल के फाउंडर डॉ. कपूर साथ ही सामाजिक क्षेत्रो में विशिष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के गणमान्य नागरिकों को बुलाया गया. जिन्होंने अपने-अपने विचार रखे.