प्रेमानंद महाराज अस्वस्थ, रात्रिकालीन पदयात्रा स्थगित; दर्शन को तरसे श्रद्धालु

वृंदावन – श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत इन दिनों ठीक नहीं है। बीते तीन रातों से वे अपनी नियमित रात्रिकालीन पदयात्रा पर नहीं निकल रहे, जिससे दूर-दराज से आए हजारों श्रद्धालु निराश हो गए हैं।
बुधवार रात भी जब वह पदयात्रा पर नहीं आए, तो उन्हें देखने की आस में खड़े श्रद्धालु भावुक हो उठे। कई तो उनके दर्शन न हो पाने की पीड़ा में रो पड़े और देर रात तक वहीं जमे रहे।
🌙 रात्रिकालीन यात्रा रुकी, फिर भी टूट पड़ी श्रद्धा की भीड़
गुरुवार की सुबह, जब प्रेमानंद महाराज श्रीराधा केलिकुंज जाने के लिए वाहन से रवाना हुए, तो सड़क किनारे बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन को पहले से मौजूद थे। भक्तों की भावनाएं देखकर उन्होंने कार से उतरकर कुछ दूरी तक पदयात्रा की, जिससे श्रद्धालुओं का चेहरा खुशी से खिल गया।
इसी दौरान उनके आश्रम में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उनके सिर्फ कुछ पल के दर्शन के लिए लोग घंटों इंतजार करते रहे।
💔 तीन दिनों से नहीं हुई पदयात्रा, भक्तों में मायूसी
रात्रि दो बजे शुरू होने वाली पदयात्रा संत प्रेमानंद महाराज की दिनचर्या का हिस्सा रही है, जिसे देखने देशभर से श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं। हर रात 11 बजे से ही सड़कों पर भक्त रंगोली सजाकर कीर्तन आरंभ कर देते हैं और इंतजार में डटे रहते हैं।
हालांकि तीन दिनों से उनके अस्वस्थ होने के कारण यह यात्रा नहीं हो सकी। जब बुधवार रात भी यह जानकारी मिली कि वे पदयात्रा पर नहीं निकलेंगे, तो भक्तों की आंखों में निराशा साफ झलक रही थी। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और पूरी रात प्रतीक्षा करते रहे।
🙏 दर्शन के लिए उमड़ा सैलाब, भावुक हुए भक्त
गुरुवार सुबह जैसे ही प्रेमानंद महाराज बाहर आए और सड़क किनारे भक्तों को देखा, तो उन्होंने अपने वाहन से उतरकर कुछ दूरी तक पैदल चलने का निर्णय लिया। रास्ते में भक्तों को हाथ जोड़कर आशीर्वाद दिया।
उन्हें अपने सामने चलते देख श्रद्धालु भावुक हो उठे। किसी की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले तो कोई हाथ जोड़कर मौन खड़ा रहा।
संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत को लेकर फिलहाल भक्तों में चिंता बनी हुई है। पर श्रद्धालुओं का विश्वास है कि जल्दी ही वे पूर्ण स्वस्थ होकर फिर से अपनी नियमित पदयात्रा में सम्मिलित होंगे और अपने भक्तों को दिव्य सानिध्य देंगे।