
त्रिपुरा के पास बांग्लादेश बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान बीएसएफ कांस्टेबल को घायल कर उसके हथियार और रेडियो सेट छीनने की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद भारत की ओर से कड़ा विरोध जताया गया। कमांडेट स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई और छीने गए हथियार एवं रेडियो सेट वापस लौटाए गए। जानकारी के मुताबिक दो जून को बीएसएफ कांस्टेबल भोले बीएसएफ की सीमा चौकी कलमचेरा क्षेत्र में भारत बांग्लादेश सीमा पर ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें बाड़ गेट संचालित करने का काम सौंपा गया था। दोपहर 1.30 बजे के आसपास बड़ी संख्या में बांग्लादेशी उपद्रवियों का एक समूह इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस कर बाड़ गेट के पास इकट्ठा हो गया। ये लोग चीनी तस्करी करने के इरादे से यहां जमा हुए।
कांस्टेबल भोले ने जब इन लोगों को रोका तब उपद्रवी गाली गलौज करने लगे। कांस्टेबल भोले बदमाशों को तितर-बितर करने और तस्करी को रोकने के लिए गेट से बाड़ के आगे प्रवेश कर गए। बांग्लादेशी उपद्रवियों ने भोले को घेर लिया और उनपर हमला कर दिया।उपद्रवियों ने उन्हें बांग्लादेश की सीमा के अंदर ले जाने की कोशिश की। उपद्रवियों ने भोले से मारपीट की और उनका हथियार और रेडियो सेट छीन लिया। कांस्टेबल भोले किसी तरह जान बचाकर वापस भागने का प्रयास करने लगे। इस दौरान उन पर बांस की छड़ियों और लोहे की रॉड से हमला किया गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। जैसे ही इसकी सूचना बीएसएफ के सीनियर अधिकारियों को हुई, वे तुरंत हरकत में आ गए। बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ कमांडेंट स्तर की फ्लैग मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग में बीएसएफ ने इस घटना पर तीव्र विरोध जताया।