
देहरादून/पटना: केन्द्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं खेल बोर्ड, पेंशन एवं कार्मिक मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में आयोजित होने वाली अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2025-26 का आगाज़ 13 दिसंबर से पटना में होगा। तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की टीमें अपनी एथलेटिक प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।
उत्तराखंड की 47 सदस्यीय मजबूत एथलेटिक्स टीम बुधवार को देहरादून से पटना के लिए रवाना होगी। टीम मैनेजर जीवन सिंह बिष्ट ने बताया कि इस प्रतियोगिता में महिला और पुरुष दोनों श्रेणियों की स्पर्धाएं आयोजित होंगी, जिनमें उत्तराखंड के अधिकारी और कर्मचारी विभिन्न एथलेटिक इवेंट्स में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
देशभर की टीमें होंगी शामिल
अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स प्रतियोगिता सिविल सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों के लिए सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में से एक मानी जाती है।
इस वर्ष पटना (बिहार) मेजबान राज्य है, जहां आयोजन को लेकर व्यापक तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में—
- स्प्रिंट
- मिडल-डिस्टेंस रन
- लॉन्ग-डिस्टेंस रन
- लॉन्ग जंप
- हाई जंप
- शॉटपुट
- डिस्कस थ्रो
- जैवलिन थ्रो
—जैसे कई ट्रैक और फील्ड इवेंट शामिल हैं।
देशभर से आने वाली टीमें न केवल जीत के लिए मुकाबला करेंगी, बल्कि सिविल सेवा कर्मियों के बीच खेल भावना, समर्पण और शारीरिक दक्षता को प्रोत्साहित करने का संदेश भी देंगी।
उत्तराखंड की 47 सदस्यीय टीम करेगी राज्य का प्रतिनिधित्व
उत्तराखंड इस बार 47 सदस्यीय एथलेटिक्स दल के साथ प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है। टीम में 20 महिला खिलाड़ी और 27 पुरुष खिलाड़ी विभिन्न विभागों से चुने गए हैं।
टीम मैनेजर जीवन सिंह बिष्ट ने बताया कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित रही। टीम में उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी गई है जिन्होंने पिछले वर्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड टीम में शामिल अधिकारी/कर्मचारी निम्नलिखित महत्वपूर्ण विभागों से हैं—
- शिक्षा विभाग
- वन विभाग
- खेल एवं युवा कल्याण
- जिला सहकारिता
- जल संस्थान
- राज्य कर विभाग
- उद्यान विभाग
- प्राथमिक शिक्षा विभाग
इसके अतिरिक्त सचिवालय से भी कई अनुभवी प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं।
पूर्व मेडलिस्ट भी टीम का हिस्सा
टीम मैनेजर ने बताया कि इस बार उत्तराखंड दल में कई अनुभवी और पूर्व पदक विजेता खिलाड़ी भी शामिल हैं, जो राज्य के लिए उम्मीदों का केंद्र हैं।
इनमें प्रमुख नाम हैं—
- ललित चंद्र जोशी
- राजेंद्र प्रसाद जोशी
- कोच रीना शाही
ये खिलाड़ी पूर्व में राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके हैं और अपने अनुभव से टीम के नए सदस्यों का मार्गदर्शन करेंगे।
खिलाड़ियों में उत्साह, बेहतर प्रदर्शन का लक्ष्य
पटना के लिए रवाना होने से पूर्व खिलाड़ियों के उत्साह का स्तर बेहद ऊँचा दिखाई दिया। अधिकांश खिलाड़ियों ने कहा कि वे न केवल पदक जीतने के लक्ष्य से जा रहे हैं, बल्कि अपने प्रदर्शन से उत्तराखंड का नाम राष्ट्रीय मंच पर और मजबूत बनाना चाहते हैं।
टीम प्रबंधन का कहना है कि इस बार तैयारी पहले की तुलना में बेहतर है और विभिन्न विभागों की प्रतिभाओं को एक मंच पर लाना अपने-आप में राज्य के लिए सकारात्मक पहल है।
प्रतियोगिता का उद्देश्य — स्वस्थ, सक्रिय और प्रेरणादायी सिविल सेवा
अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स प्रतियोगिता का उद्देश्य केवल खेल प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है। इसका मुख्य लक्ष्य है—
- सिविल सेवाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना
- तनावमुक्त वातावरण को बढ़ावा देना
- टीम भावना और नेतृत्व कौशल को प्रोत्साहित करना
- विभागीय स्तर पर आपसी सहयोग को मजबूत करना
भारत सरकार ऐसे आयोजनों के माध्यम से सिविल सेवा कर्मियों के बीच खेल और फिटनेस संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
राज्य सरकार का भी मिल रहा प्रोत्साहन
उत्तराखंड सरकार हाल के वर्षों में खेल और फिटनेस का माहौल मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
खेल विभाग के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि उत्तराखंड की यह टीम इस बार भी अपने प्रदर्शन से राज्य के लिए शानदार उपलब्धियां लेकर लौटेगी।
तीन दिवसीय आयोजन में कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद
13 से 15 दिसंबर तक होने वाले इस आयोजन में देशभर की सिविल सेवा टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। पटना में आयोजन स्थल को अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है।
भारी संख्या में प्रतिभागियों के आगमन को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और आयोजन समिति ने सुरक्षा, मैनेजमेंट और आवास व्यवस्था के लिए विशेष तैयारियाँ की हैं।



