
देहरादून। केदारनाथ धाम में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद बंद की गई हेली सेवाएं अब 17 जून से पुनः शुरू होंगी। यह फैसला सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद लिया गया। इस बात की जानकारी नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनिका ने दी।
गौरतलब है कि 15 जून को केदारनाथ से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पायलट सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ने संबंधित हेली ऑपरेटर पर रोक लगाते हुए सभी सेवाओं को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया था।
FIR दर्ज, मुआवजे के निर्देश
दुर्घटना के बाद नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित हेली कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। साथ ही मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सीएम ने दिए सख्त निर्देश, ATC और कमांड सेंटर की तैयारी
मुख्यमंत्री धामी ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें हेलीकॉप्टर संचालन से जुड़े नियमों की पुनर्समीक्षा की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केदारनाथ में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की स्थापना की जाएगी, ताकि उड़ानों की निगरानी और नियंत्रण बेहतर ढंग से किया जा सके।
इसके अलावा हेली सेवाओं के लिए नई गाइडलाइन तैयार करने, कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर की स्थापना और उड़ानों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
60 हजार श्रद्धालु अब तक कर चुके हैं हेली सेवा का उपयोग
नागरिक उड्डयन विभाग के अनुसार, 14 जून तक शटल हेली सेवा के जरिए 60 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन कर चुके हैं। वर्तमान में गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं संचालित की जा रही हैं, जिनका संचालन 9 निजी कंपनियां कर रही हैं।