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मुंबई राजभवन में हुआ ‘मोदी का मिशन’ पुस्तक का लोकार्पण समारोह, फडणवीस बोले — 21वीं सदी नरेंद्र मोदी की है

राज्यपाल आचार्य देवव्रत बोले — प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया में बढ़ाया भारत का सम्मान

मुंबई, 24 अक्टूबर: महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व ने भारत और उसके नागरिकों की गरिमा को वैश्विक स्तर पर नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया है।

वे यहां वकील बर्जिस देसाई द्वारा लिखित पुस्तक ‘मोदी का मिशन’ के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम मुंबई राजभवन में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, लेखक, शिक्षाविद और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


“विपरीत परिस्थितियों में भी जिसने राह बनाई, वही सच्चा नेता है” — राज्यपाल

राज्यपाल देवव्रत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जीवन में अनेक संघर्षों और विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए जो ऊँचाइयाँ हासिल की हैं, वह अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने कहा — “जो व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी अपना रास्ता खुद बनाता है, वही सच्चे अर्थों में महान होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह कर दिखाया है। उन्होंने अनेक जटिल राष्ट्रीय मुद्दों को बिना विवाद और बिना टकराव के सुलझाया, जिससे देश की एकता और गरिमा दोनों सुदृढ़ हुई हैं।”

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का वैश्विक प्रभाव तेजी से बढ़ा है।
“आज विश्व मंच पर जब भारत बोलता है, तो पूरी दुनिया ध्यान से सुनती है। यह परिवर्तन पिछले एक दशक में मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और नीतिगत स्थिरता के कारण संभव हुआ है,” उन्होंने कहा।


‘मोदी का मिशन’ — एक नेता की दृष्टि, संघर्ष और राष्ट्रनिर्माण की कहानी

रूपा पब्लिकेशंस द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक ‘Modi’s Mission’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवन यात्रा, उनके राजनीतिक उत्थान, चुनौतियों और भारत के विकास में उनकी भूमिका का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है।
लेखक बर्जिस देसाई, जो स्वयं एक वरिष्ठ वकील और संवैधानिक मामलों के जानकार हैं, ने पुस्तक में मोदी के प्रशासनिक दृष्टिकोण और नीति-निर्माण की प्रक्रिया को विस्तार से वर्णित किया है।

पुस्तक में विशेष रूप से अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण, विमुद्रीकरण (Demonetisation), वस्तु एवं सेवा कर (GST) के सफल कार्यान्वयन, स्वच्छ भारत अभियान, जन धन योजना, और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों पर गहन विमर्श किया गया है।
यह पुस्तक बताती है कि कैसे मोदी के नेतृत्व में भारत ने “Reform, Perform, Transform” की दिशा में ऐतिहासिक कदम बढ़ाए हैं।


फडणवीस बोले — 2047 तक सशक्त भारत की नींव रख चुके हैं मोदी

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह पुस्तक न केवल प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और दृष्टिकोण का दर्पण है, बल्कि उनके ‘मिशन भारत’ की विस्तृत रूपरेखा भी प्रस्तुत करती है।
उन्होंने कहा — “यह पुस्तक हमें यह समझने में मदद करती है कि मोदी जी ने अपने मिशन को कैसे परिभाषित किया, उसे कैसे मूर्त रूप दिया और अपने संकल्पों पर कैसे अडिग रहे।”

फडणवीस ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएँ शुरू कीं, जो भारत को 2047 तक एक आत्मनिर्भर और विश्व अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
उन्होंने कहा — “पुस्तक में यह तथ्य प्रमुखता से रेखांकित किया गया है कि जिस तरह 20वीं सदी महात्मा गांधी की थी, उसी तरह 21वीं सदी नरेंद्र मोदी की सदी कही जा सकती है।”


राजभवन में हुआ गरिमामय आयोजन

पुस्तक विमोचन समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लेखक बर्जिस देसाई को सम्मानित करते हुए कहा कि “यह पुस्तक आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। नरेंद्र मोदी ने यह दिखाया है कि राजनीति सेवा का माध्यम है, सत्ता नहीं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी लेखक को बधाई दी।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद, साहित्यकार, उद्योग जगत के प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।


लेखक बर्जिस देसाई बोले — ‘मोदी एक मिशन हैं, व्यक्ति नहीं’

लेखक बर्जिस देसाई ने बताया कि यह पुस्तक उन्होंने पिछले आठ वर्षों के अवलोकन और शोध के बाद लिखी है।
उन्होंने कहा — “प्रधानमंत्री मोदी का जीवन केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि एक मिशन है — राष्ट्र की गरिमा को पुनः स्थापित करने का मिशन। उनकी नीति-निर्माण शैली, निर्णय क्षमता और दृष्टिकोण पर गहराई से काम करने के बाद यह पुस्तक तैयार की गई है।”

उन्होंने कहा कि पुस्तक में यह स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि मोदी जी के निर्णय भले ही साहसी रहे हों, परंतु उनके पीछे सदैव राष्ट्रहित और जनकल्याण की भावना रही है।


भारत की वैश्विक पहचान में आया अभूतपूर्व परिवर्तन

राज्यपाल देवव्रत ने कहा कि आज भारत ‘वैश्विक नेतृत्व’ की भूमिका निभा रहा है — चाहे वह G20 की अध्यक्षता हो या विश्व स्तर पर पर्यावरण और शांति की पहल।
उन्होंने कहा — “मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया को बताया है कि लोकतंत्र और विकास एक साथ चल सकते हैं। भारत आज ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना के साथ विश्व का नेतृत्व कर रहा है।”

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जीवन युवाओं के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा — “जब एक व्यक्ति स्वयं को राष्ट्र के प्रति समर्पित कर देता है, तो उसका हर कदम इतिहास बन जाता है। मोदी जी ने जो किया, वह केवल राजनीति नहीं, बल्कि राष्ट्र-सेवा का जीवंत उदाहरण है।”

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यजनों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को भारत के नए आत्मविश्वास और नए युग के उदय का प्रतीक बताया।

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