
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी कार्यवाही ठप रही। विपक्षी दलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मुद्दे पर जोरदार विरोध जताया, जिसके चलते लोकसभा महज दो मिनट और राज्यसभा चार मिनट में ही स्थगित करनी पड़ी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष से हाथ जोड़कर किसानों से जुड़े सवालों को उठाने की अपील की, लेकिन हंगामा नहीं थमा।
“किसानों का दिन है… चर्चा होने दीजिए”: शिवराज की भावुक अपील
लोकसभा में जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान जवाब देने के लिए खड़े हुए। लेकिन विपक्षी सांसद तख्तियों के साथ विरोध जताने लगे। इस पर मंत्री शिवराज ने हाथ जोड़कर कहा:
“आज का दिन किसानों का है। कुल 20 सवालों में से 12 सवाल किसानों से जुड़े हैं। कृपया प्रश्नकाल चलने दीजिए। सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है।”
उन्होंने दो बार हाथ जोड़कर अपील की, लेकिन विपक्षी शोर-शराबा बंद नहीं हुआ।
लोकसभा स्पीकर की चेतावनी भी बेअसर
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को समझाते हुए कहा कि किसानों के मुद्दों पर चर्चा जरूरी है और प्रश्नकाल बाधित करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विपरीत है। उन्होंने तख्तियां लाने और नारेबाज़ी पर नाराज़गी भी जताई, लेकिन महज दो मिनट बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी वही तस्वीर: उपसभापति हरिवंश की अपील नाकाम
उधर, राज्यसभा में भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाज़ी पर उतर आए। उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने विपक्ष को शांत कराने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो सके। चार मिनट के भीतर सदन को स्थगित करना पड़ा।
विपक्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सरकार से जवाब मांग रहा है, वहीं केंद्र सरकार किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा चाहती है। टकराव की यह स्थिति मानसून सत्र के पहले दिन से जारी है।