
देहरादून, 14 जुलाई 2025 (सू.वि.): मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को शिक्षा विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की वर्चुअल समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा सुधार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रवेशोत्सव, बालिका शिक्षा, स्मार्ट स्कूल, कौशल विकास और शिक्षा परिसंपत्तियों के समुचित उपयोग पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा पहली, छठी और नवीं में अधिकतम प्रवेश के लिए जनजागरूकता बढ़ाई जाए। उन्होंने बालिका ड्रॉपआउट दर कम करने के लिए ठोस प्रयास करने और ड्रॉपआउट बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा में पुनः जोड़ने हेतु अभियान चलाने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्देश व घोषणाएं:
- स्मार्ट स्कूल योजना:
राज्य के 559 क्लस्टर विद्यालयों को स्मार्ट स्कूल में बदला जाएगा, जिनमें 4019 स्मार्ट कक्षाएं संचालित होंगी। - टॉपर्स भारत दर्शन योजना:
2024 में 156 टॉपर्स को दिल्ली, पंजाब, हिमाचल और हरियाणा के शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा गया। इस वर्ष 1082 टॉपर्स को भेजे जाने की योजना है। - बुनियादी सुविधाएं:
बालिकाओं के लिए अलग शौचालय, सेनेटरी पैड की उपलब्धता और स्कूल ड्रेस, किताबें व नोटबुक समय पर दिए जाने को प्राथमिकता दी जाए। - शिक्षा परिसंपत्तियों का उपयोग:
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो परिसंपत्तियां वर्षों से अनुपयोगी हैं, उनका लाभकारी उपयोग सुनिश्चित किया जाए। - समग्र शिक्षा पर फोकस:
विद्यालयों में किताबों के साथ-साथ कला, रंगमंच, खेलकूद और फिट इंडिया अभियान को भी बढ़ावा दिया जाए। - शिक्षक भर्ती एवं परीक्षा प्रणाली:
रिक्त शिक्षक पदों की शीघ्र भर्ती और परीक्षा प्रणाली के सुधार पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
उच्चस्तरीय सहभागिता:
इस समीक्षा बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, महानिदेशक शिक्षा दीप्ति सिंह, स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा सहित शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।