टी राजा सिंह का बीजेपी से इस्तीफा, तेलंगाना से दिल्ली तक सियासी हलचल तेज

हैदराबाद/नई दिल्ली: तेलंगाना बीजेपी के कद्दावर नेता और कट्टर हिंदुत्ववादी छवि के लिए चर्चित विधायक टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस अप्रत्याशित कदम से सिर्फ तेलंगाना ही नहीं, पूरे देश की सियासत में हलचल मच गई है।
राजा सिंह, जिन्हें लोग ‘टाइगर राजा सिंह’ के नाम से जानते हैं, हैदराबाद के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के तीन बार के विधायक रहे हैं। उन्होंने यह इस्तीफा उस वक्त दिया जब पार्टी ने तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर एन. रामचंद्र राव के नाम पर सहमति जताई। बताया जा रहा है कि राजा सिंह इस फैसले से नाखुश थे और इसी के चलते उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया।
राजा सिंह का राजनीतिक सफर 2009 में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) से शुरू हुआ था। बाद में 2014 में वे बीजेपी में शामिल हुए और 2014, 2018 तथा 2023 में गोशामहल से जीत दर्ज की। उनकी पहचान एक फायरब्रांड नेता के रूप में रही है, जो अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।
गौरतलब है कि अगस्त 2022 में पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी के चलते बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। हालांकि, अक्टूबर 2023 में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया और पार्टी ने उन्हें 2023 विधानसभा चुनाव में फिर से टिकट दिया।
अब 30 जून 2025 को टी राजा सिंह द्वारा दिया गया इस्तीफा बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो वे अपनी नई राजनीतिक रणनीति पर विचार कर रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे किसी नई पार्टी में शामिल हो सकते हैं या फिर खुद की पार्टी भी बना सकते हैं।
अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि क्या बीजेपी उन्हें फिर से मना पाएगी, या टी राजा सिंह अब अपनी स्वतंत्र राजनीतिक राह चुनेंगे।