
हरिद्वार, 5 जून 2025 — मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में आयोजित धनगर समाज के कार्यक्रम में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम सभा सलेमपुर का नाम लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी के नाम पर करने की घोषणा की, बशर्ते कि सभी आवश्यक प्रस्ताव एवं अनापत्ति प्राप्त हों।
मुख्यमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को नारी सशक्तिकरण की मूर्त प्रतिमा बताते हुए कहा कि उनका जीवन भारतीय संस्कृति, धर्म और सेवा का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने देशभर में मंदिरों व घाटों के पुनर्निर्माण से लेकर समाज सुधार तक ऐतिहासिक कार्य किए, जिनमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, हरिद्वार सहित देश के प्रमुख तीर्थस्थल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत आज सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर, केदारनाथ पुनर्निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसे कार्य हमारे ऐतिहासिक मूल्यों की पुनर्प्रतिष्ठा का प्रतीक हैं।
श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में महिलाओं को 33% आरक्षण, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे कार्यक्रमों ने मातृशक्ति को सम्मान और सशक्तिकरण प्रदान किया है। राज्य सरकार ने भी महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण, मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, महालक्ष्मी योजना, और पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार केदारखंड और मानसखंड के मंदिरों, हरिपुर कालसी में यमुनातीर्थ, हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रही है। ये योजनाएं राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त कदम उठा रही है। दंगारोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किए गए हैं। सरकार ‘ज़ीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन’ की नीति के तहत बड़े अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर रही है, जिसका उदाहरण हाल ही में हरिद्वार भूमि घोटाले में दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी का निलंबन है।
मुख्यमंत्री ने पाल-धनगर समाज को भारत की पारंपरिक पशुधन अर्थव्यवस्था का आधार बताते हुए कहा कि इस समाज ने न केवल आर्थिक क्षेत्र में योगदान दिया है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को भी संजोया है। आज भी यह समाज आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में विनय कुमार रोहिला, डॉ. जयपाल सिंह चौहान, देशराज कर्णवाल, प्रणव सिंह चैंपियन, राजीव शर्मा, मयूर दीक्षित, प्रमेंद्र सिंह डोभाल, अनुराधा पाल, सौरभ असवाल, अन्य जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी व बड़ी संख्या में धनगर समाज के लोग उपस्थित रहे।