तुंगनाथ धाम के कपाट खोलने की तैयारी जोरों पर
दो मई सुबह भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली चोपता से तुंगनाथ को रवाना होगी।

बीकेटीसी के साथ ही स्थानीय हक-हकूकधारी तैयारियों में जुटे
रुद्रप्रयाग। पंचकेदारों में शामिल तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट दो मई को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। जिसके बाद ग्रीष्मकाल के छह माह तक यहीं पर भगवान की नित्य पूजाएं संपंन की जाएंगी। यात्रा तैयारियों को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति एवं हक हकूकधारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बता दें कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट शुक्रवार दो मई को मिथुन लग्न में सुबह सवा दस बजे खुलेंगे। तुंगनाथ की चल विग्रह डोली 30 अप्रैल को मक्कूमठ से भूतनाथ मंदिर के लिए रवाना होगी। इस दिन डोली का यहीं पर भूतनाथ मंदिर में प्रवास रहेगा। एक मई को तुंगनाथ भगवान की चल विग्रह डोली भूतनाथ मंदिर से चोपता प्रवास के लिए पहुंचेगी। दो मई सुबह भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली चोपता से तुंगनाथ को रवाना होगी। इसी दिन सुबह सवा दस सवा दस बजे श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोले जाएंगे। द्वितीय केदार के कपाट खोलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति, स्थानीय ग्रामीण एवं हक हकूकधारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ताकि शुभलग्नानुसार मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। मंदिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी युद्धवीर पुष्पवाण ने बताया कि तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट आगामी दो मई को वैदिक मंत्रों के साथ खोल दिए जाएंगे। बताया कि तीस अप्रैल को भगवान की उत्सव डोली धाम के लिए रवाना होगी। मंदिर के कपाट खोलने को लेकर मंदिर समिति एवं स्थानीय लोगों ने तैयारियां शुरू कर दी है।