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उत्तराखण्ड : बूढ़ी दीवाली और ईगास राज्य की आस्था का प्रतीक भी है- सीएम धामी

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मुख्यमंत्री आवास में सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया लोकपर्व ईगास।

जन प्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों , परिवारजनों एंव आमजन के साथ मुख्यमंत्री ने मनाया ईगास।

मुख्यमंत्री ने ढोल दमाऊ की थाप में भेलो खेलकर मनाया ईगास।

मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में लोकपर्व ईगास बेहद सादगी से मनाया गया। मुख्यमंत्री ने पूजा अर्चना एंव सुंदरकांड पाठ कर प्रदेश में सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने ईगास पर्व पर भेलो पूजन कर, भेलो भी खेला। इस दौरान उन्होंने ढोल दमाऊ भी बजाया।

मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों को इगास की बधाई देते हुए कहा कि हमें अपनी लोक परम्पराओं एवं लोक संस्कृति को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा आज पूरा राज्य धूम धाम से इगास मना रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी ने भी सभी प्रदेश वासियों को इगास की शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव ही है जो वो स्वयं इगास पर्व में सम्मलित हुए। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी ने हमेशा उत्तराखंड के लोक पर्वो और यहां की संस्कृति को बढ़ावा दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक संस्कृति एवं लोक परम्परा देवभूमि की पहचान है। इगास का पर्व हमारे लिए बेहद विशेष है। इस लोक पर्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बीते कुछ सालों से सार्वजनिक अवकाश की परम्परा भी शुरू की गई है। उन्होंने कहा हाल ही में हुए प्रवासी उत्तराखंडी सम्मलेन में भी प्रवासी उत्तराखण्ड वासियों से भी उन्होंने अपने गांव में जाकर लोक पर्व को मनाने का आग्रह किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने संबोधन में उत्तराखंड वासियों से अपनी बोली भाषा का संरक्षण करने एवं गांव से जुड़ने का आग्रह किया था। ईगास पर्व पर हमने अपने गांव से जुड़ने एंव भाषा और लोक पर्वो के संरक्षण का संकल्प लेना है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री  अजय टम्टा, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, एंव अन्य लोग मौजूद रहे।

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