
केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन से हुई त्रासदी के बाद प्रशासन के सामने नई चुनौतियां आ रही हैं। यहां रेस्क्यू ऑपरेशन आगे बढ़ने के साथ बड़ी संख्या में शव और मानव शरीर के अंग मिल रहे हैं। इनमें से कई शव ऐसे हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है या जिनके सगे-संबंधी भी इस हादसे में मारे गए। राज्य सरकार ने शवों को दफनाने के लिए डीएनए और दांतों के नमूने एकत्र करने सहित अन्य दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक शव या शरीर के अंग को एक पहचान संख्या दी जाएगी और इसका सभी नमूनों, तस्वीरों, वीडियो और शवों से संबंधित भौतिक वस्तुओं के रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा।
जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि शव दफनाने के स्थान पर पहचान संख्या को स्पष्ट रूप से दर्शाने के बाद ही इन्हें दफनाया जाए। जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि जिस भी स्थान पर शवों को दफनाया जाएगा वहां उस पंचायत या नगरपालिका के अधिकारी मौजूद रहने चाहिए। दिशा निर्देशों में कहा गया है, “जिला प्रशासन को संदर्भ के लिए दफन स्थान के विवरण का आवश्यक रिकॉर्ड रखना होगा।” ऐसे ही दिशा निर्देश उन शवों के लिए भी हैं, जिनकी पहचान तो हो गई है, लेकिन उन पर दावा नहीं किया गया है तथा जिनकी पहचान विवादित है या संदिग्ध है।