योगी का अखिलेश पर सीधा वार: PDA का मतलब बताया- “परिवार डेवलेपमेंट अथॉरिटी”
विकसित यूपी-2047 विजन डॉक्यूमेंट पर विधानसभा में हंगामा, सपा विधायकों ने किया वेल में प्रदर्शन

लखनऊ, 14 अगस्त 2025। उत्तर प्रदेश विधानसभा का 24 घंटे का विशेष सत्र आज तब और गरमा गया, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी और विपक्ष पर तीखा हमला बोला। ‘विकसित यूपी-2047’ के विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा का जवाब देते हुए योगी ने सपा के PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) नारे को “परिवार डेवलेपमेंट अथॉरिटी” करार दिया। उनके इस बयान के बाद सदन में विपक्षी बेंचों से जोरदार शोरगुल हुआ।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी के विकास के लिए पारदर्शी और जनहितकारी योजनाओं की जरूरत है, न कि ऐसी राजनीति की जो सिर्फ परिवार विशेष के विकास तक सीमित हो। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “PDA का मतलब जनता के लिए विकास नहीं, बल्कि एक परिवार और उसके हितों के लिए सत्ता का इस्तेमाल है।”
सत्र में हंगामा, माइक बंद
इससे पहले चर्चा के दौरान मंत्री संजय निषाद के एक बयान ने माहौल और गरमा दिया। विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा के दौरान, सपा विधायकों के टोका-टोकी के बीच संजय निषाद ने विरोधियों पर टिप्पणी कर दी, जिससे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कड़ा ऐतराज जताया। मामला इतना बढ़ा कि सपा विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए।
स्थिति को काबू में लाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को कई बार हस्तक्षेप करना पड़ा और अंततः माइक बंद करना पड़ा।
विकसित यूपी-2047: सीएम की प्राथमिकताएं
मुख्यमंत्री योगी ने अपने भाषण में ‘विकसित यूपी-2047’ विजन डॉक्यूमेंट की प्राथमिकताओं को विस्तार से रखा। उन्होंने कहा कि आने वाले 22 वर्षों में उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी और विकसित अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है।
इस विजन में—
- हर जिले में औद्योगिक हब विकसित करना
- कृषि में तकनीकी नवाचार और मूल्य संवर्धन
- बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर निवेश
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटलीकरण
- स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी गई है।
योगी ने कहा, “यह विजन सिर्फ कागज पर नहीं, बल्कि हर गांव, हर शहर में बदलाव की गारंटी है। 2047 तक यूपी को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश के मामले में देश का अग्रणी राज्य बनाना हमारा संकल्प है।”
राजनीतिक टकराव तेज़
सीएम योगी के PDA वाले बयान को लेकर सपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी नेताओं ने इसे जनता को गुमराह करने वाला करार दिया और कहा कि भाजपा मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है।
वहीं, भाजपा नेताओं ने इसे विपक्ष के दोहरे चरित्र को उजागर करने वाला बयान बताया।
सत्र का समापन
योगी के भाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी जाएगी। यह विशेष सत्र स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बुलाया गया था, जिसमें प्रदेश के विकास एजेंडे और दीर्घकालिक नीतियों पर चर्चा हुई।
यह पहला मौका है जब यूपी विधानसभा का सत्र लगातार 24 घंटे चला, जिसमें मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों ने बारी-बारी से हिस्सा लिया। सत्र का उद्देश्य था कि विकास से जुड़े हर पहलू पर विस्तृत चर्चा हो और 2047 तक के लक्ष्यों पर एक रोडमैप तैयार किया जा सके।