
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर और देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी। बारिश के कारण कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली में जलभराव और ट्रैफिक जाम
बारिश का सबसे बड़ा असर दिल्ली की सड़कों पर देखने को मिला। आईटीओ, मथुरा रोड, रिंग रोड और धौला कुआं जैसे इलाकों में जलजमाव से लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। ऑफिस और स्कूल जाने वाले लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को एडवाइजरी जारी कर वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है। वहीं, नोएडा और गुरुग्राम में भी सड़कों पर गाड़ियां डूबती नज़र आईं।
यमुना का जलस्तर बढ़ा, निचले इलाकों में खतरा
बारिश और लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बुधवार दोपहर पुराने रेलवे पुल (ORB) पर जलस्तर 207 मीटर तक पहुंच गया।
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों के अनुसार, जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी है। अनुमान है कि अगले कुछ घंटों में पानी का स्तर और बढ़ सकता है।
7,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया
दिल्ली प्रशासन और NDRF की टीमों ने मिलकर निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों से अब तक 7,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
- यमुना बाजार, मजनू का टीला और लोहे का पुल क्षेत्र में पानी भर जाने से कई लोग घरों में फंस गए थे।
- राहत शिविरों में प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी और दवाइयों की व्यवस्था की गई है।
- प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे और निचले इलाकों में न जाएं।
IMD का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग ने साफ किया है कि आने वाले 24 से 48 घंटों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
- दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में भारी से अति भारी बारिश की संभावना।
- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई हिस्सों में भी भारी बारिश का अलर्ट।
- पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी धाराओं के सक्रिय रहने से मौसम में बदलाव जारी रहेगा।
दिल्ली सरकार और प्रशासन की तैयारी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में कोई लापरवाही न हो।
- PWD को सभी ड्रेनेज सिस्टम की सफाई और मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए हैं।
- सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को यमुना के जलस्तर पर लगातार नजर रखने का निर्देश।
- स्कूलों और सरकारी दफ्तरों में भी वर्क फ्रॉम होम विकल्प अपनाने पर विचार।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने भी एक कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया है, ताकि किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
NCR की स्थिति
नोएडा और गुरुग्राम में भी हालात अलग नहीं हैं।
- नोएडा सेक्टर 62, फिल्म सिटी और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में जलजमाव से हालात बिगड़े।
- गुरुग्राम में साइबर सिटी, सोहना रोड और हीरो होंडा चौक पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखी गईं।
- दोनों जिलों के प्रशासन ने स्कूल बंद रखने और वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है।
विशेषज्ञों की राय
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की सक्रियता के कारण उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक राहत की उम्मीद कम है।
पर्यावरण विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बार-बार जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति शहरी योजना और ड्रेनेज सिस्टम की खामियों को उजागर कर रही है।
दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन को गहराई से प्रभावित किया है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है और हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे जा चुके हैं। प्रशासन और बचाव एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं, लेकिन आने वाले दिनों में स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सरकारी एडवाइजरी का पालन करें।