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Uttrakhand : घर से मंदिर की तरफ निकले चार दोस्त, फिर कार में पड़ा मिला एक का शव

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Uttrakhand : घर से मंदिर की तरफ निकले चार दोस्त, फिर कार में पड़ा मिला एक का शव

देहरादून : मंगलवार शाम कार से मानक सिद्ध मंदिर के लिए निकले थे। रास्ते में उन्होंने शराब पी। देर रात करीब तीन बजे वापस आए तो उन्होंने संजीत को कार में ही छोड़ दिया था। देहरादून में पटेलनगर क्षेत्र में एक टैक्सी चालक का शव उसके दोस्त की कार में पड़ा मिला। चालक के मुंह और नाक से खून निकल रहा था। वह अपने तीन दोस्तों के साथ मंगलवार को पार्टी करने गया था।

बताया जा रहा है कि तीनों दोस्त उसे कार में ही छोड़कर चले गए। पिछली सीट पर उसके दोस्त की लाइसेंसी बंदूक भी पड़ी थी। मृतक की पत्नी ने तीनों दोस्तों पर हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर दी है, कार दोस्त के प्लॉट में खड़ी हुई थी।

एसएचओ पटेलनगर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि मृतक की पहचान संजीत सिंह पुत्र मलखान सिंह निवासी पित्थूवाला के रूप में हुई है। वह पेशे से टैक्सी चालक था। वह मंगलवार को अपने तीन दोस्तों राजेश चौहान, रविश चौहान और विजय चौहान के साथ मानक सिद्ध मंदिर जाने की बात कहकर घर से निकला था।

राजेश चौहान सरकारी शिक्षक हैं। चारों लोग राजेश की कार से ही मानक सिद्ध मंदिर की ओर गए थे। रात में संजीत जब घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों ने खोजबीन शुरू की। बुधवार सुबह परिजनों ने देखा कि राजेश चौहान के घर के पास स्थित उनके प्लॉट में कार खड़ी है। पिछली सीट पर संजीत बेसुध पड़ा था।

मौके पर राजेश चौहान और उनके अन्य दोस्त भी पहुंच गए। देखा, संजीत सिंह की मौत हो चुकी है। उसके मुंह और नाक से खून निकल रहा था। पिछली सीट पर एक डबल बैरल बंदूक भी पड़ी थी।

एसएचओ ने बताया कि इस मामले में राजेश चौहान से पूछताछ की गई है। चारों लोग मंगलवार शाम कार से मानक सिद्ध मंदिर के लिए निकले थे। रास्ते में उन्होंने शराब पी। देर रात करीब तीन बजे वापस आए तो उन्होंने संजीत को कार में ही छोड़ दिया था। सोचा था कि जब नशा उतरेगा तो वह खुद घर पहुंच जाएगा।

इस मामले में संजीत सिंह की पत्नी रिंपी देवी ने पुलिस को तहरीर दी है। उन्होंने तीनों दोस्तों पर संजीत की हत्या का आरोप लगाया है।

एसएचओ ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में दम घुटने से मौत की आशंका जताई गई है। हालांकि, मौत का असल कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही सामने आएगा।

कार का शीशा बंद था या खुला, पता नहीं..?
जिस जगह कार खड़ी थी, वहां से संजीत का घर भी पास में है। रात में राजेश और उसके अन्य दोस्त संजीत को कार में छोड़कर चले गए। लेकिन, यह किसी को ध्यान नहीं है कि उन्होंने कार लॉक की थी या नहीं। सुबह जब देखा तो चालक की तरफ वाली खिड़की का कांच थोड़ा खुला हुआ था। पुलिस इस आधार पर भी जांच कर रही है।

बंदूक को गन हाउस में कराना था जमा: जो बंदूक कार में मिली है वह राजेश चौहान की है। राजेश ने पुलिस को बताया कि बंदूक काफी पुरानी है। इसके बदले वह नई बंदूक लेने वाले थे। ऐसे में इस बंदूक को गन हाउस में जमा कराने जा रहे थे। लेकिन, उन्होंने शराब इतनी पी ली कि यह काम भी भूल गए। अनजाने में रात में ही बंदूक को कार में ही छोड़ दिया।

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